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जजों की नियुक्ति के मामले को लेकर पहली बार न्यायपालिका में मतभेद सामने आया है. भारतीय न्यायपालिका के इतिहास में अभूतपूर्व घटना के तहत एक सिटिंग जज नए जजों की नियुक्ति के लिए हो रही कोलेजियम की बैठक में शामिल नहीं हुए. जस्टिस चेलमेश्वर कोलेजियम की बैठक से दूर रहे.
सूत्रों के अनुसार जस्टिस चेलमेश्वर जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया से संतुष्ट नहीं हैं. जस्टिस चेलमेश्वर ने जजों के चुने जाने की प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं. खासकर उनकी चिंता चयन और ट्रांसफर प्रक्रिया में पारदर्शिता को लेकर है.
सूत्रों के अनुसार, जस्टिस चेलमेश्वर ने गुरुवार को चीफ जस्टिस को तीन पेज की चिट्ठी भेजी थी. इस चिट्ठी में उन्होंने कोलेजियम बैठक में शामिल होने को लेकर अपनी अनिच्छा जताई थी. ऐसी खबरें हैं कि गुरुवार की बैठक में जस्टिस चेलमेश्वर शामिल नहीं हुए. हालांकि, चीफ जस्टिस समेत कोलेजियम में शामिल बाकी चार जज बैठक में शामिल हुए थे.