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4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आज, कैराना पर सबकी निगाहें

मशीनों में गड़बड़ी की भारी संख्या में शिकायतों का हवाला देते हुए सपा नेता रामगोपाल यादव, रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह और कांग्रेस के आरपीएन सिंह ने आयोग से चिन्हित मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान कराने की मांग की थी.

गुरुवार को आएंगे उपचुनावों के नतीजे गुरुवार को आएंगे उपचुनावों के नतीजे
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 31 मई 2018,
  • अपडेटेड 6:38 AM IST

देश के अलग-अलग राज्यों की 4 लोकसभा और 10 विधानसभा सीटों पर सोमवार को हुए उपचुनाव के नतीजे गुरुवार को आएंगे. गुरुवार सुबह 8 बजे इन सभी सीटों पर मतों की गिनती शुरू होगी. इन सभी सीटों में से सबसे ज्यादा नज़र उत्तर प्रदेश की कैराना लोकसभा सीट पर रहेगी. यहां बीजेपी को हराने के लिए विपक्षी पार्टियां रालोद उम्मीदवार का समर्थन कर रही हैं. 2019 लोकसभा चुनाव की ओर बढ़ रहे देश में विपक्षी पार्टियां कैराना में बीजेपी को हरा एक बड़ा संदेश देना चाहती हैं.

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सोमवार को हुए मतदान में काफी जगह ईवीएम-वीवीपैट में गड़बड़ी की खबरें आई थीं, जिसके बाद यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की भंडारा-गोंदिया लोकसभा और नगालैंड की एक विधानसभा सीट के कुछ पोलिंग बूथों पर दोबारा वोट डलवाए गए थे. सोमवार को हुए मतदान में कैराना लोकसभा सीट पर 54 फीसदी वोट पड़े थे.

कैराना पर पूरे देश की निगाहें

पश्चिमी उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीट कैराना के नतीजों पर पूरे देश की निगाहें हैं. कैराना उपचुनाव में बीजेपी का मुकाबला संयुक्त विपक्ष उम्मीदवार से है. राष्ट्रीय लोकदल की प्रत्याशी तबस्सुम हसन को सपा, कांग्रेस और बसपा का समर्थन हासिल है, जबकि बीजेपी ने स्वर्गीय हुकुम सिंह की बेटी मृंगाका सिंह को चुनावी मैदान में उतारा है.

कैराना लोकसभा सीट के 73 बूथों पर बुधवार को हुए पुर्नमतदान में 61 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. सोमवार को हुए उपचुनाव में मतदान के दौरान वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों को देखते हुये कैराना लोकसभा सीट के 73 मतदान केन्द्रों पर चुनाव आयोग ने पुर्नमतदान का फैसला किया था.

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कैराना में पुनर्मतदान के लिए आयोग की तरफ से 500 अतिरिक्त वीवीपैट मशीनें उपलब्ध करायी गई थीं. कैराना में नकुड़ विधानसभा क्षेत्र के 23, गंगोह विधानसभा क्षेत्र के 45, थानाभवन विधानसभा क्षेत्र के एक और शामली के चार मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान हुआ. गौरतलब है कि पिछले सोमवार को हुए उपचुनाव में मतदान के दौरान कैराना सीट पर लगभग 21 प्रतिशत वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी के कारण मतदान बाधित होने की शिकायतें दर्ज की गई थीं.

विपक्षी पार्टियों ने की थी दोबारा मतदान कराने की मांग

मशीनों में गड़बड़ी की भारी संख्या में शिकायतों का हवाला देते हुए सपा नेता रामगोपाल यादव, रालोद अध्यक्ष अजीत सिंह और कांग्रेस के आरपीएन सिंह ने आयोग से चिन्हित मतदान केन्द्रों पर पुनर्मतदान कराने की मांग की थी. इसके अलावा भाजपा नेता भूपेन्द्र यादव की अगुवाई में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने भी आयोग से वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतों पर संज्ञान लेते हुये उचित कार्रवाई करने की मांग की थी. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ट्वीट और प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए बीजेपी पर निशाना साधा था.

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महाराष्ट्र की दो लोकसभा सीटों पर भी सबकी नज़र

महाराष्ट्र में पालघर और भंडारा-गोंदिया लोकसभा सीटों के उपचुनाव के मतों की गणना भी गुरुवार को होगी. इन दोनों लोकसभा सीटों का चुनाव परिणाम सभी चार बड़े राजनीतिक दलों बीजेपी, शिवसेना, कांग्रेस और राकांपा के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस नतीजे का उनकी भावी दिशा पर असर पड़ने की संभावना है. बुधवार को भंडारा-गोंदिया के 49 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान हुआ.

सोमवार को पालघर में 1.73 करोड़ मतदाताओं में से 53.22 फीसद मतदाताओं ने वोट डाला था, जबकि भंडारा-गोंदिया में कुल 1.76 करोड़ मतदाताओं में से 53.15 फीसद ने वोट डाला था. चुनाव आयोग ने ईवीएम और वीवीपैट में गड़बड़ी के आरोपों के बाद भंडारा गोंदिया लोकसभा क्षेत्र के 49 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान का आदेश दिया था.

पालघर में बीजेपी-शिवसेना आमने-सामने

गौरतलब है कि पालघर सीट पर वर्तमान भाजपा सांसद चिंतामन वनागा के निधन के बाद उपचुनाव कराया गया. वहीं भंडारा गोंदिया सीट पर भाजपा के नाना पटोले के पार्टी और लोकसभा से इस्तीफे के बाद उपचुनाव की जरूरत पैदा हुई.

एक तरफ भंडारा-गोंदिया सीट पर बीजेपी का सीधा मुकाबला एनसीपी से है तो वहीं पालघर सीट पर उसकी ही साथी शिवसेना उसके खिलाफ खड़ी है. शिवसेना और बीजेपी भले ही केंद्र और महाराष्ट्र की सत्ता में एक साथ हैं, लेकिन उपचुनाव में एक दूसरे के खिलाफ लड़ रही हैं. इस सीट पर प्रचार के दौरान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बीच जुबानी जंग देखने को मिली थी. 

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इन सीटों पर भी आएंगे नतीजे

गुरुवार को पूर्वोत्तर की लोकसभा और विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे भी आएंगे. सोमवार को हुए मतदान में यहां नगालैंड की एकमात्र संसदीय सीट पर 70 फीसद मतदाताओं ने वोट डाला. इसके अलावा आमपाटी में 90.42 फीसद, गोमिया और सिली में क्रमश: 62.61 और 75.5 फीसद, महेशतला में 70 फीसद और जोकीहाट में 53 फीसद मतदान हुआ था.

कुल 14 सीटों पर आएंगे नतीजे

बता दें कि सोमवार को यूपी की कैराना, महाराष्ट्र की पालघर और गोंदिया के साथ नागालैंड में एक लोकसभा सीट के लिए मतदान हुआ. वहीं, यूपी की नूरपुर विधानसभा सीट के साथ बिहार, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र, मेघालय, पंजाब, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल को मिलाकर कुल 10 विधानसभा सीटों पर वोट डाले गए थे.

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