Advertisement

कल्प्‍िात वीरवाल: बिना स्ट्रेस के निरंतर की पढ़ाई और JEE में रच दिया इतिहास

उदयपुर, राजस्‍थान के रहने वाले कल्पित वीरवाल ने ज्‍वाइंट एंट्रेंस एग्‍जामिनेशन यानी JEE मेन में टॉप किया है. यही नहीं कल्पित ने 100 प्रतिशत अंक हासिल कर इतिहास रच दिया है.

अपने माता-पिता के साथ कल्प‍ित अपने माता-पिता के साथ कल्प‍ित
शरत कुमार
  • जयपुर ,
  • 27 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 10:20 PM IST

उदयपुर, राजस्‍थान के रहने वाले कल्पित वीरवाल ने ज्‍वाइंट एंट्रेंस एग्‍जामिनेशन यानी JEE मेन में टॉप किया है. यही नहीं कल्पित ने 100 प्रतिशत अंक हासिल कर इतिहास रच दिया है. आजतक ने कल्पित वीरवाल और उनके परिजनों से बात कर उनकी सफलता के राज जानने की कोशिश की. कल्‍पित ने बताया कि उन्होंने कभी भी पढ़ाई को लेकर स्ट्रेस नही पाला. निरंतर पढ़ाई और मेहनत से यह मुकाम हासिल किया. कल्पि‍त ने इस उपलिब्ध का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया.

Advertisement

JEE मेन एग्‍जाम विभिन्‍न इंजीनियरिंग कॉलेजों, जिनमें आईआईटी भी शामिल हैं, में एडमिशन के लिए आयोजित किया जाता है. जेईई मेन में क्वालिफाई करने वाले स्टूडेंट को जेईई एडवांस के लिए एंट्री मिलती है.

आठवीं से ही कर रहे हैं कोचिंग
उदयपुर के कल्पित वीरवाल एमडीएस स्कूल के स्टूडेंट हैं. वह आठवीं से ही रेजोनेंस से कोचिंग कर रहे हैं. इस कामयाबी से कल्पित, उनके परिजनों और शिक्षकों की खुशी का ठिकाना नहीं रहा. कल्पित के घर बधाई देने वालो का तांता लग गया. मिठाई खिलाने और फूलों के हार से लोग कल्पित को बधाई दे रहे थे.

12वीं विज्ञान संकाय के स्टूडेंट कल्पित ने एनटीएसई के प्रथम चरण में भी राज्य में पहला स्थान प्राप्त किया था. साथ ही वह केवीपीवाय में भी प्रथम रैंक प्राप्त हासिल कर चुके हैं. अब कल्पित के लिए एडवांस परीक्षा बड़ा लक्ष्य है, जिसके लिए वह पूरी तरह आत्मविश्वास से भरे हुए हैं.

Advertisement

कभी पढ़ाई को बोझ नहीं समझा
कल्पित वीरवाल ने बताया, 'आज बहुत खुशी हो रही है. मैंने कभी सोचा नही था कि मैं 360 में 360 अंक लेकर आऊंगा. टीचर्स का बहुत साथ मिला है और मेरी वजह से पूरे परिवार में खुशी है, इसलिए मुझे गर्व महसूस हो रहा है. टीचर्स जो होमवर्क देते थे, उसे पूरा करता था और लगातार पढ़ाई करता था. पढ़ाई को कभी बोझ की तरह नही लिया और लगातार पढ़ता गया.

पिता नर्सिंग कर्मी और मां शि‍क्ष‍िका
कल्पित के माता-पिता भी इस खुशी में इतने भाव विभोर हो गए की उनकी आंखे छलछला आईं. उनके पिता पुष्कर वीरवाल स्थानीय एमबी हॉस्प‍िटल में नर्सिंग कर्मी, जबकि मां पुष्पा वीरवाल सरकारी स्कूल में शिक्षिका है. कल्प्‍िात के पिता पुष्कर वीरवाल ने कहा, 'ये पढ़ने में होशियार था और इससे जो उम्मीद थी वह उम्मीद पर खर उतरा है. उसमें पढ़ने का एक तरह का पेशन है. उसने लेकसिटी का नाम रोशन किया है और पूरे परिवार का नाम रोशन किया है.' उनकी मां पुष्पा वीरवाल ने कहा, 'पूरे देश में पहला स्थान प्राप्त कर बहुत बड़ा नाम किया है. घर पर इसकी पढ़ाई के लिए पूरा ध्यान रखती थी और इसके सेहत के लिए पूरा समय देती थी.

Advertisement

गौरतलब है कि जेईई मेन के आधार पर जेईई एडवांस के लिए एंट्री मिलती है. एडवांस की परीक्षा 21 मई को होनी है, जिसकी तैयारी को लेकर कल्पित और रेजोनेंस के टीचर्स पूरी तरह से तैयारी कर चुके हैं. कल्पित के स्कूल डायरेक्टर और रेजोनेंस के निदेशक भी इस कामयाबी को कल्पित और उसके परिवार की लगन बता रहे हैं. स्कूल और कोचिंग स्टाफ ने साफ कहा कि हर स्टूडेंट के साथ एक-सी मेहनत होती है, लेकिन कल्पित एक्स्ट्रा ऑर्डिनरी है और उसने इतिहास रच दिया.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement