
कमल हासन की पार्टी मक्कल नीधि मय्यम (एमएनएम) ने फैसला लिया है कि वेल्लोर सीट पर लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी अपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी. यह फैसला पार्टी की स्टेट एक्जीक्यूटिव कमेटी ने लिया है. पार्टी के महासचिव ए. अरुणाचलम ने लोकसभा सीट पर अपना उम्मीदवार खड़ा ना करने के फैसले पर कहा, 'हमारी पार्टी विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी है, हमारा मकसद राज्य में सत्ता परिवर्तन का है.'
अरुणाचलम ने कहा कि जिस तरह से वेल्लोर सीट पर चुनाव कार्यक्रम की घोषणा की गई वह चुनाव आयोग की भूमिका पर भी सवाल खड़े करता है. आम जनता का चुनाव आयोग से विश्वास कम हुआ है. ऐसी परिस्थिति में लोगों का विश्वास बनाए रखना बेहद जरूरी है. एमएनएम इसी कोशिश में लगी हुई है.
हाल ही में AMMK ने भी वेल्लोर लोकसभा सीट पर अपना प्रत्याशी तब तक ना खड़ा करने का फैसला लिया है जब तक उनकी पार्टी की चुनाव आयोग में रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी नहीं कर ली जाती.
वहीं DMK की तरफ से यहां काथिर आनंद उम्मीदवार हैं. काथिर वरिष्ठ नेता दुरई मुरुगन के बेटे हैं. न्यू जस्टिस पार्टी के संस्थापक एसी शानमुगम AIADMK के उम्मीदवार हैं.
आपको बता दें कि वेल्लोर जिले में वोटिंग से दो दिन पहले भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ था. यहां एक गोदाम से 11.5 करोड़ कैश जब्त किया गया था. आयकर विभाग ने भारी रकम की जब्ती डीएमके के एक पदाधिकारी के एक सीमेंट के गोदाम में तलाशी अभियान के दौरान की थी. आयकर विभाग ने यहां से 11.5 करोड़ रुपये की नगदी बरामद की. इसके बाद चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति से वेल्लोर में चुनाव रद्द करने की सिफारिश की थी, जिसे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वीकार करते हुए वेल्लोर सीट के चुनाव को रद्द कर दिया था.