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जेएनयू हिंसा पर बोले कमल हासन, तानाशाही रवैया बदलने की जरूरत

कमल हासन ने कहा कि तानाशाही खत्म होनी चाहिए, इसमें बदलाव की जरूरत है. अगर यह छात्रों के साथ हो रहा है तो निश्चय ही आतंकित करने वाला है. हालात बदलने चाहिए. एक तरीके से यह नाइंसाफी है और मैं इसके खिलाफ बोलता रहूंगा. हालात बदलने चहिए तानाशाही खत्म होनी चाहिए.

कमल हासन, फिल्म अभिनेता और नेता कमल हासन, फिल्म अभिनेता और नेता
शालिनी मारिया लोबो
  • चेन्नई,
  • 10 जनवरी 2020,
  • अपडेटेड 2:25 PM IST

  • छात्रों के साथ जो हो रहा है वो आतंकित करने वाला है
  • हालात बदलने चहिए तानाशाही खत्म होनी चाहिए

जेएनयू कैंपस में 5 जनवरी को हुई हिंसा के खिलाफ फिल्म अभिनेता से नेता बने मक्कल नीधि मय्यम अध्यक्ष कमल हासन ने पहली बार अपनी चुप्पी तोड़ी है. उन्होंने कहा है कि तानाशाही खत्म होनी चाहिए, इसमें बदलाव की जरूरत है. उन्होंने कहा, 'यह निश्चित तौर पर चिंताजनक है. अगर यह छात्रों के साथ हो रहा है तो निश्चय ही आतंकित करने वाला है. हालात बदलने चाहिए. एक तरीके से यह नाइंसाफी है और मैं इसके खिलाफ बोलता रहूंगा. हालात बदलने चहिए तानाशाही खत्म होनी चाहिए.'

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दरअसल जेएनयू हिंसा मामले में पांच दिन बीत जाने के बाद भी किसी आरोपी को नहीं पकड़ा जा सका है. ऐसे में दिल्ली पुलिस और केंद्र सरकार की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि दिल्ली में लॉ एंड ऑर्डर की जिम्मेदारी केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंतर्गत आती है. फिल्म अभिनेता कमल हासन ने पूरे मुद्दे पर गुरुवार को मीडिया से बात की.

कमल हासन ने इससे पहले जामिया कैंपस में पुलिस द्वारा घुसकर छात्रों के साथ मारपीट की घटना पर भी निराशा व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था, 'युवाओं को उन लोगों से जरूर सवाल करना चाहिए जो सत्ता में बैठे हैं. अगर उनके सवालों को दबाया जाता है तो यह लोकतंत्र को खतरे में डालनेवाला है.'

हासन ने कहा कि आपको सवाल उठाने के लिए स्टूडेंट होना जरूरी नहीं होता. हासन ने कहा, 'आपको उनके लिए आवाज उठाने के लिए स्टूडेंट होने की जरूरत नहीं. मैं इस सोसायटी में एक पर्मानेंट स्टूडेंट हूं.'

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वहीं अपने दोस्त रजनीकांत को लेकर उन्होंने फिर दोहराया कि आज सभी अपने काम के जरिए तमिलनाडु की बेहतरी के लिए उत्तरदायी हैं. उन्होंने कहा, ',सभी तमिलों को ऐसा करना चाहिए. राज्य सभी का है और इसकी जिम्मेदारी भी सभी की है. सबको इसमें कुछ न कुछ खर्च करने होंगे और बेहतरी के लिए कठिन परिश्रम करने होंगे. जो लोग टॉप पोजिशन पर हैं उन्हें भी अपने तरीके से ऐसा करना होगा.'

वहीं सुपरस्टार रजनीकांत को एक बार फिर से राजनीति में आने की सलाह देते हुए हासन ने कहा, 'मैं चाहता हूं कि मेरे दोस्त रजनीकांत तमिलनाडु की बेहतरी में मदद करे. क्योंकि यहां के लोगों ने उनकी मदद की है. सह उनके लिए गौरव का विषय है कि उन्होंने यहां जन्म लिया.'

बता दें कमल हासन और रजनीकांत ने लगभग एक साथ अपने फिल्मी कैरियर की शुरुआत की थी. इतना ही नहीं राजनीति में एंट्री भी लगभग दोनों ने एकसाथ ही की. कमल हासन ने साल 2019 में मक्कल नीधि मय्यम पार्टी बनाई थी जबकि रजनीकांत के करीबीयों का कहना है कि वो भी जल्द ही राजनीतिक पार्टी शुरू करने जा रहे हैं.

मीडिया से बातचीत के दौरान हासन ने बेरोजगारी, कृषि और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर भी बात की.     

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