
कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार की कवायद तेज हो गई है. रविवार को कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के अध्यक्ष अमित शाह से कैबिनेट विस्तार को लेकर लंबी बातचीत की है. मुख्यमंत्री येदियुरप्पा के दावोस से लौटते ही कैबिनेट विस्तार शुरू हो जाएगा. विश्व आर्थिक मंच यानी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की 50वीं सालाना बैठक में हिस्सा लेने के लिए दावोस रवाना होने से पहले सीएम येदियुरप्पा ने कैबिनेट विस्तार की जानकारी दी. इस दौरान येदियुरप्पा ने यह भी उम्मीद जताई की कि उनके इस दौरे से सूबे में व्यापक स्तर पर निवेश आएगा.
येदियुरप्पा ने बताया, ‘सूबे में कैबिनेट विस्तार पर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ करीब आधे घंटे तक व्यापक चर्चा हुई. इस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. एक या दो दिन बाद मैं दावोस से वापस लौट आऊंगा और फिर कैबिनेट का विस्तार करूंगा. अब कैबिनेट विस्तार में कोई बाधा नहीं हैं.’ इस दौरान येदियुरप्पा ने कैबिनेट विस्तार की तस्वीर साफ नहीं होने की मीडिया रिपोर्टों को भी सिरे से खारिज कर दिया है. साथ ही कहा कि कैबिनेट विस्तार में किसी तरह का कोई रोड़ा नहीं हैं.
दावोस से लौटकर दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात करने के सवाल पर सीएम येदियुरप्पा ने सिर्फ इतना ही कहा कि मेरा अमित शाह से मिलना स्वाभाविक है. कर्नाटक के सीएम येदियुरप्पा का 24 जनवरी को दावोस से वापस लौटने का कार्यक्रम है. सीएम येदियुरप्पा के अलावा केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया, पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ भी वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा ले सकते हैं.
मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का दावोस दौरे के समय कई उद्योगपतियों और निवेशकों से मुलाकात का भी कार्यक्रम है. येदियुरप्पा का कहना है कि वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की बैठक के दौरान राज्य में निवेश आने की काफी संभावना है. मैं उद्योगपतियों और निवेशवकों को विश्वास दिलाऊंगा कि सरकार उनको सभी जरूरी सुविधाएं मुहैया कराएगी. साथ ही उनकी आशंकाओं को दूर करूंगा. उन्होंने कहा कि इस कवायद से कर्नाटक में रोजगार के अवसरों में इजाफा होगा. इस दौरान उन्होंने यह भी दावा किया कि वैश्विक आर्थिक मंदी के बावजूद कर्नाटक की आर्थिक स्थित स्थिर है.