Advertisement

कर्नाटक में सियासी संकट के बीच डीके शिवकुमार की गांधीगीरी, कहा- ‘बुरा मत देखो…’

डीके शिवकुमार राज्य के बड़े नेता हैं, जब-जब राज्य में सरकार का संकट गहराया है तो वही सामने आए हैं. कांग्रेस-जेडीएस सरकार बनाने में भी उनकी अहम भूमिका थी.

कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (फाइल) कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार (फाइल)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 28 मई 2019,
  • अपडेटेड 11:03 AM IST

लोकसभा चुनाव खत्म होने के बाद अब हर किसी की नजर कर्नाटक और मध्य प्रदेश की सरकार पर हैं. सियासी गलियारों में चर्चा है कि इन दो राज्यों की सरकार पर खतरा मंडरा रहा है. कर्नाटक में चल रही कांग्रेस और जेडीएस की सरकार पर संकट के बादल हैं. इस बीच राज्य के बड़े कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने बड़ा बयान दिया है, उन्होंने कहा कि वह अभी सिर्फ महात्मा गांधी के विचार पर आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि अभी वह सिर्फ ‘बुरा मत कहो, बुरा मत सुनो और बुरा मत देखो’ की नीति पर आगे बढ़ रहे हैं.

Advertisement

इस बीच कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने राज्य में सभी कांग्रेस मंत्रियों की बैठक बुलाई है. इस बैठक में गुलाम नबी आज़ाद भी शामिल होंगे. ये बैठक आज शाम को हो सकती है.

राज्य में चल रहे सियासी संकट के बीच डीके शिवकुमार ने कहा, ‘मैं अभी सिर्फ ये देख रहा हूं कि कौन जीता है, कौन हारा है. मेरे पास आगे की डिटेल्स नहीं हैं. अक्सर मुझे मैसेज मिल जाता है, लेकिन इससे आगे मैं कुछ नहीं जानता. मैं सिर्फ गांधी जी की नीति पर आगे बढ़ रहा हूं. वह सिर्फ ‘बुरा मत कहो, बुरा मत सुनो और बुरा मत देखो’ की नीति पर आगे बढ़ रहे हैं.’

आपको बता दें कि डीके शिवकुमार राज्य के बड़े नेता हैं, जब-जब राज्य में सरकार का संकट गहराया है तो वही सामने आए हैं. कांग्रेस-जेडीएस सरकार बनाने में भी उनकी अहम भूमिका थी.

Advertisement

दरअसल, लोकसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी के नेता कह रहे थे कि 23 मई के बाद कांग्रेस-जेडीएस की सरकार चली जाएगी. अब बीते दिनों ही कर्नाटक कांग्रेस के कुछ विधायकों ने बीजेपी नेता एस.एम. कृष्णा से मुलाकात की थी, जिससे ये हलचल और भी तेज हो गई थी.

कर्नाटक की कुल 28 लोकसभा सीटों में से इस बार भारतीय जनता पार्टी ने 25 सीटें हासिल की हैं, तो वहीं कांग्रेस-जेडीएस को 1-1 सीट मिली है. एक सीट निर्दलीय सांसद के खाते में गई है.

अगर राज्य में विधानसभा की स्थिति को देखें 225 विधानसभा सीटों में बीजेपी को 104, कांग्रेस को 78, जेडीएस को 37, बसपा को 1, केपीजेपी को 1 और अन्य को 2 सीटों पर जीत मिली थी. यानी कांग्रेस-जेडीएस के पास मिलाकर बहुमत है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement