
कर्नाटक में सियासी संकट जारी है. कांग्रेस और जनता दल(सेक्यूलर) की सरकार गिरने का खतरा बना हुआ है. कांग्रेस के 13 विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. ऐसे में कुमारस्वामी की सरकार का गिरना तय माना जा रहा है. इसी बीच कार्नाटक में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) का एक दल स्पीकर से मिलने उनके चैंबर में पहुंचा था, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने मिलने से मना कर दिया.
विधायक दल 15 से 20 मिनट तक इंतजार कर रहा, लेकिन विधानसभा स्पीकर ने मुलाकात नहीं की. बीजेपी के विधायक दल का कहना है कि हमें स्पीकर की ओर से एक संदेश मिला कि स्पीकर आज दफ्तर नहीं आ रहे हैं. इसके बाद विधायक दल को वापस जाना पड़ा.
गौरलतब है कि कर्नाटक में सियासी संकट के लिए विपक्षी पार्टियां बीजेपी पर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगा रही हैं. मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के 10 से ज्यादा विधायक पिछले कुछ दिनों से लगातार बीजेपी के संपर्क में बने हुए हैं. ऐसे में अगर कुमारस्वामी अपनी सरकार नहीं बचा पाते हैं, तो मामला बीजेपी की पड़ले में जा सकता है.
इधर राज्यसभा में कर्नाटक में छिड़े सियासी घमासान का मुद्दा उठा. कांग्रेस सांसदों ने किया हंगामा, कर्नाटक में कुमार स्वामी सरकार पर और गहराया संकट. व्हिप के बावजूद कांग्रेस की बैठक में नहीं पहुंचे 10 और विधायक. खबर के मुताबिक कांग्रेस के 8 विधायकों ने निजी कार्य़ों के चलते बैठक में नहीं आने की ली थी मंजूरी.