
कर्नाटक में कैबिनेट विस्तार के बाद कांग्रेस उठे बगावत के सुर पर विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का कहना था कि राज्य में एक हफ्ते के भीतर बीजेपी की सरकार बनेगी. कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन के समन्वयक और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने गुरुवार को बीजेपी के दावे को खारिज करते हुए कहा कि कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन मजबूत है और दोनों दल साथ मिलकर आगामी लोकसभा का चुनाव लड़ेंगे.
कांग्रेस-जनता दल (सेक्युलर) गठबंधन समन्वय समिति के नेता सिद्धारमैया ने कहा कि मंत्रियों को विभाग के बंटवारे के मुद्दे पर उनके और उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर के बीच किसी प्रकार के मतभेद नहीं हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी विपक्ष में बैठ कर काम नहीं करना चाहती और गलत तरीके से सरकार बनाना चाहती है. उन्होंने कहा कि सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी.
दरअसल बीजेपी विधायक उमेश कत्ती ने दावा किया था कि कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन के 15 विधायक उनके संपर्क में हैं और बीजेपी अगले हफ्ते तक कर्नाटक में नई सरकार बना लेगी. दरअसल कर्नाटक मंत्रिमंडल विस्तार में 8 नए मंत्री बनाए गए थे, जबकि कांग्रेस के एक और एक निर्दलीय मंत्री को कैबिनेट से बाहर कर दिया गया था. जिससे नाराज होकर कांग्रेस विधायक रमेश जरकीहोली ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा देने की धमकी दे दी थी. साथ ही एक अन्य कांग्रेस विधायक रामलिंग रेड्डी और उनके समर्थकों ने पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था.
हुबली में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने कहा कि सरकार नहीं गिरेगी और अपना कार्यकाल पूरा करेगी. यह पूछे जाने पर कि जेडी(एस) नेताओं का विचार है कि पार्टी को अकेले चुनाव लड़ना चाहिए, सिद्धारमैया ने कहा कि दोनों पार्टियों ने साथ में उपचुनाव लड़ा था और यह गठबंधन 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में भी बरकरार रहेगा.