Advertisement

कर्नाटक के गृह मंत्री फिर बोले- सिद्धारमैया को दोबारा बनाओ CM

चिक्काबल्लापुर से कांग्रेस के विधायक के. सुधाकर ने सोमवार को कहा कि अगर सिद्धारमैया दोबारा मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह काफी अच्छा होगा.

कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (फोटो-इंडिया टुडे आर्काइव) कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दारमैया (फोटो-इंडिया टुडे आर्काइव)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 मई 2019,
  • अपडेटेड 11:23 PM IST

कर्नाटक के गृह मंत्री एम बी पाटिल ने मंगलवार को सिद्धारमैया को एक बार फिर मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी की. हालांकि साथ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि मौजूदा गठबंधन वाली एचडी कुमारस्वामी की सरकार को अपना कार्यकाल पूरा करना चाहिए.

जेडीएस के एच डी कुमारस्वामी अभी कर्नाटक के मुख्यमंत्री हैं. सिद्धारमैया 2013 में राज्य के मुख्यमंत्री बने थे. पाटिल ने पत्रकारों से कहा, ‘इसमें गलत क्या है? सिद्धारमैया हमारे कांग्रेस के नेता हैं. लोग उन्हें फिर मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं.’ पाटिल ने कहा, ‘यहां तक की हम भी उन्हें मुख्यमंत्री के तौर पर देखना चाहते हैं. पांच साल तक उन्होंने सही शासन किया है. उन्हें वापस आना ही चाहिए.’ कांग्रेस विधायकों के बीच सिद्धारमैया को दोबारा ऊंचा पद देखने की बढ़ती मांग के सवाल पर पाटिल ने यह जवाब दिया.

Advertisement

चिक्काबल्लापुर से कांग्रेस के विधायक के. सुधाकर ने सोमवार को कहा था कि अगर सिद्धारमैया दोबारा मुख्यमंत्री बनते हैं तो यह काफी अच्छा होगा. मई 2018 विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस और जेडीएस ने राज्य में गठबंधन सरकार बनाई थी और कुमारस्वामी (जेडीएस नेता) ने मुख्यमंत्री पद संभाला था. दोनों दलों के बीच गतिरोध होने के बावजूद इन्होंने लोकसभा चुनाव एकसाथ लड़ा है.

गौरतलब है कि कर्नाटक में कांग्रेस और जेडीएस के बीच मनमुटाव की खबरें अक्सर आती रहती हैं. इस साल फरवरी में कर्नाटक में कांग्रेस के चार बागी और कुछ असंतुष्ट विधायकों की वजह से लोकसभा चुनाव से पहले एच.डी. कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार पर संकट के बादल छाए गए थे. पार्टी के व्हिप को नजरंदाज करते हुए कांग्रेस के 10 विधायक 10 दिन के बजट सत्र के पहले दिन सदन में मौजूद नहीं थे.

Advertisement

बागी विधायक रमेश झारकिहोली, महेश कुमातल्ली, उमेश जाधव और बी. नागेंद्र से संपर्क नहीं बन पाया था जबकि कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता सिद्धारमैया ने चेतावनी दी कि अगर ये नेता सीएलपी की बैठक में शामिल नहीं होते हैं तो उन्हें दल-बदल कानून के तहत अयोग्य घोषित किया जा सकता है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement