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कर्नाटक: 3 बागी विधायक अयोग्य करार, स्पीकर बोले- बाकी पर फैसला बाद में

कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस के हाथ से सरकार जा चुकी है. लंबे वक्त तक चले सियासी नाटक के बाद गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने तीन विधायकों को अयोग्य करार दे दिया.

कर्नाटक विधानसभा स्पीकर (ANI) कर्नाटक विधानसभा स्पीकर (ANI)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:45 PM IST

कर्नाटक में जेडीएस-कांग्रेस के हाथ से सरकार जा चुकी है. लंबे वक्त तक चले सियासी नाटक के बाद गुरुवार को कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर ने तीन बागी विधायकों को अयोग्य करार दे दिया. इन विधायकों में आर. शंकर, रमेश जरकिहोली और महेश कुमथल्ली के नाम हैं.

बाकी 14 बागी विधायकों के इस्तीफे पर स्पीकर रमेश कुमार ने कहा, 'मेरे पास कई शिकायतें हैं, मुझे फैसले के लिए और वक्त चाहिए. ऐसे मामले की स्टडी करनी पड़ती है.'

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विधानसभा स्पीकर के इस एक्शन के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. अगर स्पीकर ने ये कार्यवाही कुछ दिनों पहले की होती तो कर्नाटक का राजनीतिक समीकरण कुछ और भी हो सकता था.

गलत प्रारूप में दिया था इस्तीफा

रमेश जरकिहोली और महेश कुमथल्ली के बारे में स्पीकर रमेश कुमार ने कहा था कि उन्होंने (दोनों विधायक) मुझे कभी सूचित नहीं किया कि वे 6 जुलाई को मेरे कक्ष में आए थे. उन्होंने एक गलत प्रारूप में इस्तीफा दिया. मैंने अपने सचिव को उनके पत्र लेने का निर्देश दिया था. रमेश जरकिहोली गोकक से और कुमथल्ली अथानी से विधायक हैं.

निर्दलीय जीते थे आर. शंकर, बाद में कांग्रेस में हुए थे शामिल

कुमारस्वामी सरकार में निगम प्रशासन मंत्री रहे आर. शंकर ने जून में अपनी पार्टी केपीजेपी का कांग्रेस में विलय कर लिया था. इस बीच आर. शंकर ने सरकार से इस्तीफा दे दिया था और बागी विधायकों के साथ मुंबई चले गए थे. आर. शंकर को दल-बदल विरोधी कानून के तहत अयोग्य करार दिया गया है.

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असेंबली भंग होने के बाद ही लड़ सकेंगे चुनाव

स्पीकर रमेश कुमार ने कहा कि जब तक मौजूदा विधानसभा की मियाद है, तब तक वे विधायक नहीं रहेंगे. सदन के मौजूदा कार्यकाल में वे चुनाव भी नहीं लड़ सकते. स्पीकर ने कहा कि कुछ अन्य लोगों की भी शिकायतें उन्हें मिली हैं, जिन पर वे फैसला लेने के लिए वक्त लेंगे. इसके लिए उन्हें काफी पढ़ना पड़ेगा. अयोग्य विधायकों के बारे में स्पीकर ने कहा कि मौजूदा असेंबली भंग होने के बाद ही वे चुनाव लड़ सकेंगे.

बहुमत नहीं साबित कर पाई थी कुमारस्वामी सरकार

विधानसभा अध्यक्ष के. आर. रमेश कुमार ने विश्वास मत के बाद सदन के सदस्यों को बताया कि मुख्यमंत्री एच. डी. कुमार स्वामी विश्वास मत हासिल नहीं कर सके. उन्होंने बताया कि विश्वास मत के पक्ष में 99 जबकि इसके खिलाफ 105 मत पड़े. इसके साथ ही बीजेपी ने कहा है कि वह कर्नाटक में सरकार बनाने का दावा पेश करेगी.

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