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भारत-PAK रिश्तों पर बोले सिद्धू- बहुत नुकसान हुआ, बंद हो खून-खराबा

करतारपुर कॉरिडोर के जरिए सिख श्रद्धालु पाकिस्तान स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब आसानी से पहुंच सकेंगे. यह गुरुद्वारा सिखों के लिए बड़ा महत्व रखता है. गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन के 18 साल यहां गुजारे थे. फिलहाल श्रद्धालु दूरबीन से दर्शन करते थे.

नवजोत सिंह सिद्धू (तस्वीर: एएनआई) नवजोत सिंह सिद्धू (तस्वीर: एएनआई)
परमीता शर्मा/अमित राय
  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 5:03 PM IST

पाकिस्तान में बुधवार को करतारपुर साहिब कॉरिडोर की आधारशिला रखी गई. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कॉरिडोर का शिलान्यास किया. इस अवसर पर मौजूद पंजाब सरकार में कैबिनेट मंत्री और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने भारत-पाकिस्तान में अमन चैन की बहाली की बात की. उन्होंने कहा कि खून खराबा बंद होना चाहिए, अमन वापस आना चाहिए, बहुत नुकसान हो गया, जंग में कोई पानी पिलाने वाला होना चाहिए, आग बुझाने वाला होना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने कहा हिंन्दुस्तान जीवे, पाकिस्तान जीवे, मेरा यार इमरान जीवे.

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सिद्धू ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि हंस और बगुला एक साथ रहते हैं, एक मोती खोजता है एक मछली. सृष्टि को बदलने के लिए दृष्टि बदलनी होगी. धर्म को सियासत के चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए. सिद्धू ने कहा इमरान पांच बार के नमाजी हैं, मैं भी दो बार अरदास करता हूं, हर अरदास में मैं पहले आपका भला मांगता हूं.

उन्होंने कहा कि करतारपुर कॉरिडोर दिलों के दरवाजे खोलने वाला है. मैं इमरान खान का शुक्रिया अदा करता हूं. जब भी करतारपुर साहिब का नाम लिखा जाएगा, पहले पन्ने पर, पहले हर्फ पर इमरान का नाम लिखा जाएगा. जो 71 साल में नहीं हुआ, वो अब हो गया. इसके लिए दोनों देश बधाई के पात्र हैं.

सिद्धू ने आगे कहा कि पंजाब टूटा, दिल टूटे, आज मौका है कि बिछड़े हुए पंजाब को मिला दिया जाए. उन्होंने एक कहानी भी सुनाई कि 'मेरे पिताजी कहते थे कि पंजाब मेल चलती थी जो लाहौर में रुक जाती थी, लेकिन ये पेशावर, अफगानिस्तान, रूस और ब्रसेल्स तक जा सकती है. अगर ऐसा हो गया तो आपकी सब्जियां वहां तक जा सकती हैं. जब तक मेरी धमनियों में लहू रहेगा मैं आपका इस्तकबाल करता रहूंगा.'

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