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कार्ति चिदंबरम की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, CBI ने 2008 में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर दर्ज किया केस

सीबीआई ने कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम और अन्य के खिलाफ दर्ज नए मामले में सेक्वोइया कैपिटल से जुड़े एक और संदिग्ध लेनदेन की जांच शुरू कर दी है. सीबीआई ने कार्ति को वसंत हेल्थकेयर, ब्रिटिश मल्टीनेशनल शराब कंपनी कंपनी डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल के साथ सह आरोपी बनाया गया है. ये मामला 2008 में भारत में टैक्स फ्री शराब की बिक्री के लिए डियाजियो स्कॉटलैंड पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने में कथित अनियमितताओं को लेकर दर्ज किया गया है.

Karti Chidambaram. (PTI photo) Karti Chidambaram. (PTI photo)
अरविंद ओझा
  • नई दिल्ली,
  • 09 जनवरी 2025,
  • अपडेटेड 11:25 PM IST

सीबीआई ने कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम और अन्य के खिलाफ दर्ज नए मामले में सेक्वोइया कैपिटल मॉरीशस से जुड़े एक और संदिग्ध लेनदेन की जांच शुरू कर दी है. 

जांच के दौरान यह पाया गया कि सेक्वोइया कैपिटल मॉरीशस और एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड (ASCPL) के बीच वसंत हेल्थ केयर के माध्यम से संदिग्ध शेयर लेन-देन हुआ. सीबीआई का आरोप है कि वसंत ग्रुप के शेयर सीधे खरीदने के बजाय, इन्हें ASCPL के जरिए खरीदा गया. इस प्रक्रिया से कार्ति चिदंबरम को फायदा पहुंचाने के लिए 22.50 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया. वसंत ग्रुप के शेयरों की खरीद वास्तविक  कीमत 30 लाख रुपये थी.

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केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने साल 2008 के एक मामले में कांग्रेस नेता कार्ति चिदंबरम के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया है. पूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री पी.चिदंबरम के बेटे कार्ति को वसंत हेल्थकेयर, ब्रिटिश मल्टीनेशनल शराब कंपनी कंपनी डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल के साथ सह आरोपी बनाया गया है. ये मामला 2008 में भारत में टैक्स फ्री शराब की बिक्री के लिए डियाजियो स्कॉटलैंड पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने में कथित अनियमितताओं को लेकर दर्ज किया गया है.

 

'ड्यूटी-फ्री ब्रांडेड व्हिस्की का आयात'

एफआईआर में कहा गया है कि जांच से पता चला कि विदेशी निवेश संवर्धन बोर्ड (एफआईपीबी) द्वारा जांच किए गए विभिन्न प्रस्तावों से खुलासा हुआ कि डियाजियो स्कॉटलैंड और सिकोइया कैपिटल्स ने संदिग्ध रूप से एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड को रकम ट्रांसफर की. जो कार्ति पी. चिदंबरम और उनके करीबी सहयोगियों में शामिल एस. भास्कररमन के नियंत्रण वाली कंपनी की यूनिट थी. सीबीआई की एफआईआर के मुताबिक, डियाजियो स्कॉटलैंड ड्यूटी-फ्री ब्रांडेड व्हिस्की का आयात करता था.

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ITDC ने लगाया था प्रतिबंध

कार्ति चिदंबरम और अन्य के खिलाफ सीबीआई द्वारा लगाए गए आरोपों के अनुसार, भारत में आयातित ड्यूटी फ्री शराब की बिक्री पर एकाधिकार रखने वाले भारत पर्यटन विकास निगम (आईटीडीसी) ने 2005 में भारत के अंदर डायजियो ग्रुप के ड्यूटी फ्री उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया था.

प्रतिबंध के बावजूद डियाजियो स्कॉटलैंड को भारी नुकसान हुआ, क्योंकि भारत में इसका 70 प्रतिशत कारोबार ब्रांडेड शराब की बिक्री से संबंधित था.

जांच एजेंसी ने आरोप लगाया कि इस घटनाक्रम के बाद डियाजियो स्कॉटलैंड ने प्रतिबंध हटाने के लिए कार्ति चिदंबरम से मदद मांगी और एडवांटेज स्ट्रैटेजिक कंसल्टिंग को 15,000 अमेरिकी डॉलर का भुगतान किया. जिन्होंने इस रकम को कंसल्टेंसी फीस के रूप में स्वीकार किया था.

INX से जुड़ा है ये मामला

सीबीआई ने कहा है कि यह लेनदेन एक संदिग्ध तरीके से किया गया, ताकि ASCPL और कार्ति चिदंबरम को भारी वित्तीय लाभ मिल सके. यह मामला INX मीडिया और चीनी कर्मचारियों के वीजा से जुड़े अन्य मामलों से जुड़ा हुआ है, जिनमें ASCPL पहले से जांच के घेरे में है. सीबीआई की जांच जारी है और इस मामले में जल्द ही और जानकारी सामने आने की उम्मीद है.

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