
कश्मीर में रविवार को श्रीनगर उप-चुनाव में हिंसा के बाद हालात तनाव भरे हैं. शोपियां में प्रदर्शनकारियों ने सोमवार सुबह एक स्कूल को आग के हवाले कर दिया. स्कूल को 12 अप्रैल को अनंतनाग लोकसभा उप-चुनाव के लिए पोलिंग बूथ में तब्दील किया गया था. रविवार को झड़प की अलग-अलग वारदातों में कुल आठ लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे.
कड़े पहरे में वादी
अलगाववादियों ने हिंसा के दौरान हुए मौतों के विरोध में दो दिनों के बंद का आह्वान किया है. इसके चलते श्रीनगर और दक्षिणी कश्मीर के इलाकों में सुरक्षा कड़ी की गई है. कश्मीर यूनिवर्सिटी ने 12 अप्रैल तक सभी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं. ज्यादातर स्कूल और दफ्तर भी बंद हैं. प्रशासन ने 12 अप्रैल को अनंतनाग संसदीय उप-चुनाव तक कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर रखी हैं.
रविवार को जमकर हिंसा
रविवार को श्रीनगर इलाके में प्रदर्शनकारियों ने कई पोलिंग बूथों पर पथराव किया था. सबसे ज्यादा हिंसा बडगाम में देखने को मिली थी जहां कुल 5 लोग मारे गए थे. गांदरबल में एक पोलिंग बूथ को आग लगा दी गई थी. कई जगह पर पोलिंग स्टेशनों पर पेट्रोल बमों से हमला किया गया और ईवीएम को नुकसान पहुंचाया गया. इसके चलते चुनाव में महज 7.14 फीसदी मतदाता ही वोट डाल पाए थे. मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने हिंसा पर शोक जताया था. दूसरी ओर, नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि उन्होंने 20 साल में ऐसी चुनावी हिंसा नहीं देखी. श्रीनगर सीट पर उमर के पिता फारुक अब्दुल्ला उम्मीदवार हैं.