
मलयालम फिल्मों के अभिनेता दिलीप को राहत देते हुए केरल उच्च न्यायालय ने मंगलवार उनकी जमानत सशर्त मंजूर कर ली. दक्षिण भारतीय फिल्मों की एक अदाकारा के अपहरण और यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले में वह 85 दिनों से न्यायिक हिरासत में थे. न्यायमूर्ति सुनील थॉमस ने कहा कि वह (दिलीप) साक्ष्य से छेड़छाड़ नहीं करेंगे.
अदालत ने कहा कि अभिनेता को अपना पासपोर्ट जमा करना होगा. साथ ही एक लाख रुपये की जमानत राशि के साथ इतनी ही राशि का भुगतान करने में सक्षम दो जमानतदार देने होंगे. इसके अलावा जब भी जरूरत होगी, उन्हें अदालत में पेश होना होगा. यह पांचवा मौका है, जब दिलीप ने जमानत के लिए अदालत का रुख किया था. अदालत ने यह भी कहा कि वह प्रिंट या इलेक्ट्रानिक मीडिया सहित किसी भी तरीके से पीड़ित या गवाहों को प्रभावित नहीं करेंगे.
मालूम हो कि इससे पहले दिलीप द्वारा दायर चार जमानत याचिकाएं खारिज हो चुकी थी. इनमें से दो याचिकाएं एक मजिस्ट्रेट अदालत में जबकि दो याचिकाएं उच्च न्यायालय में खारिज हुई थीं. दिलीप को 10 जुलाई को एक मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद अलुवा उप कारागार में रखा गया. पुलिस का दावा है कि एक चलती कार में अदाकारा को अगवा करने की साजिश रची गई थी. वहीं, 85 दिनों तक हिरासत में रहने के दौरान दिलीप को छह सितंबर को कुछ घंटे के लिए जेल से बाहर निकलने की इजाजत दी गई थी, ताकि वह अपने पिता की बरसी से जुड़ी कुछ रस्म अदायगी कर सकें.
दिलीप की अदाकारा पत्नी काव्या माधवन से भी जांच अधिकारियों ने पूछताछ की. उन्होंने गिरफ्तारी की आशंका के मद्देनजर अग्रिम जमानत के लिए पिछले हफ्ते उच्च न्यायालय का रुख किया था.हालांकि पुलिस ने अदालत को भरोसा दिलाया कि उन्हें गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, जिस पर याचिका खारिज कर दी गई. दिलीप के दोस्त और निर्देशक नादिरशाह से भी जांच अधिकारियों ने गहन पूछताछ की है.
उनकी अग्रिम जमानत याचिका बुधवार को उच्च न्यायालय के समक्ष आएगी. मुख्य आरोपी पलसर सनी सहित छह लोगों को अदाकारा के अपहरण के मामले में गिरफ्तार किया गया था. गौरतलब है कि तमिल एवं तेलुगू फिल्मों की एक अदाकारा को अगवा किया गया था और एक कार के अंदर दो घंटे तक उनका उत्पीड़न किया गया था.