
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करना कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के लिए महंगा पड़ता नजर आ रहा है. केरल कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद के मुरलीधरन ने थरूर के बयान पर नाराजगी जताई है.
मुरलीधरन ने कहा कि केरल में पार्टी उनसे (शशि थरूर) बहुत असंतुष्ट है. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी की तारीफ करके कोई कांग्रेस में कैसे रह सकता है. मोदी की तारीफ करनी है तो थरूर को बीजेपी में शामिल हो जाना चाहिए.
सांसद के मुरलीधरन ने शशि थरूर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी की महिमामंडन करने वालों को कांग्रेस में रहने की कोई जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा,' मैंने भी एक बार कांग्रेस की आलोचना की थी, लेकिन उस वक्त मैंने पार्टी छोड़ दी थी.'
मुरलीधरन ने कहा कि पार्टी में कोई भी पद प्राप्त करने वाले किसी भी कांग्रेस सदस्य को पार्टी के नियमों का पालन करना होगा. अगर वह ऐसा नहीं करता है तो उसे पार्टी से बाहर हो जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि थरूर के पास करुणाकरण परिवार की आलोचना करने का कोई अधिकार नहीं है. बता दें कि मुरलीधरन वरिष्ठ कांग्रेसी नेता और दिवंगत मुख्यमंत्री के करुणाकरण के बेटे हैं.
केरल कांग्रेस अध्यक्ष रामचंद्रन का बयान
थरूर के बयान को लेकर केरल में कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा था कि कांग्रेस शशि थरूर के इस बयान को स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा, 'हमने शशि थरूर से जवाब मांगने का फैसला किया है. उनके जवाब के बाद कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल, थरूर विदेश में हैं. थरूर के स्पष्टीकरण के आधार पर पार्टी कार्रवाई करेगी.' किसी को भी कांग्रेस की ओर से पीएम मोदी की तारीफ नहीं करनी चाहिए. पार्टी इसे स्वीकार नहीं करेगी.'
शशि थरूर ने क्या कहा था?
गौरतलब है कि शशि थरूर ने कहा था, 'मैं छह साल से कह रहा हूं कि यदि नरेंद्र मोदी कोई सही काम करते हैं या सही बात कहते हैं तब उनकी सराहना की जानी चाहिए. ताकि जब वह कुछ गलत करें और हम उनकी आलोचना करें तब उसकी विश्वसनीयता रहे. मैं विपक्ष के अन्य लोगों की इस राय पर सहमति के लिए स्वागत करता हूं, जिसके लिए मेरी उस समय आलोचना की गई थी.' शशि थरूर के अलावा कांग्रेस के जयराम रमेश और अभिषेक मनु सिंघवी ने भी नरेंद्र मोदी की तारीफ की थी.
बता दें कि के मुरलीधरन केरल कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं. उन्होंने अपने पिता करुणकरण के नई पार्टी बनाने के फैसले के चलते कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी. हालांकि 2010 में करुणाकरण ने कांग्रेस में वापसी कर गए थे. उनके निधन के बाद मुरलीधरन ने भी पार्टी में वापसी कर ली.
इसके बाद 2011 में उन्होंने विधानसभा चुनाव लड़ा था जो कि थरूर के संसदीय क्षेत्र तिरुवनंतपुरम के तहत आता है. थरूर और मुरलीधरन के बीच अच्छे रिश्ते रहे हैं और दोनों नेताओं ने एक दूसरे की मदद भी की है. हालांकि इस बार के लोकसभा चुनाव में मुरलीधरन ने वडकारा सीट से चुनावी मैदान में उतरने के चलते थरूर को समर्थन नहीं किया था.