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केरल के चर्च में महफूज नहीं हैं 'सिस्टर'? महिला आयोग ने उठाए सवाल

नन के साथ हुई बलात्कार की घटना के मामले में महिला आयोग ने छानबीन की और एक रिपोर्ट बनाकर केरल सरकार को भेजी साथ ही इस मामले में कार्रवाई करने की भी मांग की.

प्रदर्शन करतीं नन प्रदर्शन करतीं नन
परमीता शर्मा/आशुतोष मिश्रा
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  • 11 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 7:55 PM IST

केरल के चर्च में नन के साथ हुई बलात्कार की घटना के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग भी हरकत में आ गया है. पीड़ित नन की तुलना वैश्या से किए जाने के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने राज्य के निर्दलीय विधायक पीसी जॉर्ज को 20 सितंबर तक हाजिर होने का आदेश दिया है और हाजिर ना होने की स्थिति में पुलिस द्वारा समन भेजने की चेतावनी भी दी गई है.

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वहीं महिला आयोग ने केरल के चर्चों पर भी सवाल उठाए हैं. नन के साथ हुई बलात्कार की घटना के मामले में महिला आयोग ने छानबीन की और एक रिपोर्ट बनाकर केरल सरकार को भेजी साथ ही इस मामले में कार्रवाई करने की भी मांग की. 'आजतक' के हाथ लगी एक्सक्लूसिव इंक्वायरी रिपोर्ट में राष्ट्रीय महिला आयोग ने केरल सरकार से सिफारिश की है कि वह केरल के चर्चों में बढ़ती रेप और शोषण की घटनाओं की बेहतर तरीके से किसी केंद्रीय एजेंसी से जांच करवाएं.

इसके साथ ही महिला आयोग ने सिफारिश की है कि चर्च किसी भी हाल में कंफेशन के रिवाज का गलत इस्तेमाल ना किया जाए, जिससे पादरी कंफेशन का फायदा उठाकर कंफेस करने वालों को ब्लैकमेल ना कर सकें.

आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि इस मामले की जांच के दौरान उन्हें कई ऐसी शिकायतें मिली हैं जिसके मुताबिक केरल में चर्च द्वारा आनंद के साथ ऐसी कई घटनाओं की संभावना जताई जा रही है. राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा जल्द ही केरल दौरे पर जाएंगी और राज्य के डीजीपी के साथ-साथ सूबे के मुख्यमंत्री से भी इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर मुलाकात करेंगी.

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वहीं, केरल में एक दूसरी नन की हत्या के मामले में भी राष्ट्रीय महिला आयोग ने केरल के डीजीपी को चिट्ठी लिखकर जांच से जुड़ी सारी जानकारी साझा करने के निर्देश दिए हैं. आयोग को इस हत्या के पीछे उसके साथ बलात्कार का शक है.

महिला आयोग की जांच में क्या मिला?

'आजतक' को मिली महिला आयोग की जांच रिपोर्ट के मुताबिक उस नन के साथ बलात्कार की घटना होने के बावजूद चर्च ने ही उस महिला के साथ ज्यादती की. महिला का खाना-पीना रोक दिया गया और मदर सुपीरियर ने उनसे बात करना बंद कर दिया था. महिला को किसी भी तरह की मदद नहीं की गई. आयोग ने वहां जाकर चर्च को निर्देश दिए कि नन को पूरी तरह मदद मुहैया करवाई जाए.

राष्ट्रीय महिला आयोग को शिकायतें मिली हैं कि केरल के कई चर्चों में नन के साथ शारीरिक शोषण किया जा रहा है. आजतक से बातचीत करते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि केरल में इंक्वायरी के दौरान जब मैंने बात की तो मुझे इस तरह की बहुत सी चिट्ठियां मिली जिनके मुताबिक ऐसी बहुत सारी घटनाएं हो रही हैं. जिससे यह सवाल उठता है कि क्या केरल में भगवान के घर के रखवाले 'फादर' से ईश्वर की सेवा करने वाली 'सिस्टर' महफूज नहीं हैं?

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