
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने रविवार को कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पहला मसौदा दिसंबर के अंत तक आ जाएगा.
इस नीति को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (आईएसआरओ) के पूर्व अध्यक्ष के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता वाली नौ सदस्यीय समिति द्वारा तैयार किया जा रहा है.
मानव संसाधन विकास (एचआरडी) मंत्री ने कहा कि समिति ने दो दिन पहले अपनी पांचवीं बैठक आयोजित की थी.
जावड़ेकर ने कहा, 'उन्होंने कहा है कि हमें दिसंबर के अंत तक नीति का पहला मसौदा मिल जाएगा. इस पर (संसद में) चर्चा के बाद इसे जल्द से जल्द लागू कर दिया जाएगा.'
उन्होंने कहा कि यह तय है कि नई शिक्षा नीति देश के लिए अगले 20 साल तक मुफीद रहेगी और यह पहले से ज्यादा आधुनिक और शोध केंद्रित होगी और बेहतर नागरिक बनाएगी.
मंत्री ने कहा कि समिति के गठन से पहले विधायकों, छात्रों, माता-पिता और अन्य हितधारकों से करीब ढाई साल तक सुझाव मांगे गए.
केंद्रीय पर्यटन मंत्री के. जी. अल्फोंस और फील्ड्स मेडल विजेता गणितज्ञ मंजुल भार्गव इस समिति के सदस्य हैं. समिति का गठन इस साल जून में किया गया था.