
दिल्ली प्रवेश कर रहे किसानों की यात्रा को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया. भारी मात्रा में तैनात पुलिस बल ने किसानों के जत्थे को रोकने के लिए हल्का बल प्रयोग भी किया. पानी की बौछारों के साथ-साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. किसान संघर्ष समिति ने पुलिस की इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की और कहा कि गांधी जयंती के दिन भूखे किसानों पर पुलिस ने लाठियां चलाईं.
किसान संघर्ष समिति के संयोजक दुष्यंत नागर ने 'आज तक' से कहा कि गांधी जयंती पर किसानों पर लाठियां चलाना गांधी जी के अहिंसा के सिद्धांतों के दिन डायर जैसा काम है. नागर ने कहा कि किसान कभी कानून नहीं तोड़ते. हमारी मांगें सरकारें नहीं सुनती इसलिए हम दिल्ली जा रहे हैं.
नागर ने कहा कि किसानों की यात्रा आगे भी जारी रहेगी लेकिन किसी प्रकार की हिंसा का सहारा नहीं लिया जाएगा. नागर ने कहा, भूखे किसानों के ऊपर पानी की बौछारें मारी जा रही हैं. आंसू गैस के गोले मारे जा रहे हैं. किसी ने उनसे खाने को नहीं पूछा. आज गांधी जी की आत्मा स्वर्ग से देखकर क्या कह रही होगी कि आज ही का दिन मिला था आपको लाठीचार्ज के लिए. जो किसान देवता जमीन का सीना चीर कर आपके लिए अन्न पैदा करता है, उसको आज ही लाठियों से मारना था.
नागर ने कहा, गांधी जयंती के दिन अगर किसान राजघाट जाकर प्रदर्शन करना चाहता है, उपवास करना चाहता है तो इसमें बुरा क्या है. सवाल है कि किसान खेत को छोड़कर, अपनी डेयरी को छोड़कर सड़क पर क्यों आया. ये सोचने की बात है. 10 साल पुराने ट्रैक्टर यूज करने पर पाबंदी लगा दी, बिजली का बिल ढाई गुना बढ़ा दिया. डीजल पर प्रति लीटर 30 से 35 रुपए टैक्स वसूला जा रहा है. किसान को उसकी फसल का मूल्य मिलता नहीं. डेढ़ गुना फसल देने की कीमत देने की बात करते हैं लेकिन खरीदारी तब करते हैं जब किसान की फसल बिक चुकी होती है. फायदा बिचौलियों को हो रहा है, तो किसान अपना दुख-दर्द सरकार से कहने नहीं आएगा, तो कहां आएगा.
नागर ने कहा, उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए और किसानों की सारी मांगें मानी जानी चाहिए.