Advertisement

दिल्ली बॉर्डर पर रोका गया किसानों का मार्च, टिकैत बोले- क्या हम पाकिस्तान चले जाएं

दिल्ली बॉर्डर पर किसान यात्रा को रोकन के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया. भाकियू के अध्यक्ष टिकैत ने सरकार से पूछा कि किसान अपनी समस्या सरकार से नहीं, तो किससे कहें.

किसानों का प्रदर्शन किसानों का प्रदर्शन
रविकांत सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 02 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 11:55 AM IST

हरिद्वार से दिल्ली के लिए चली किसान क्रांति यात्रा मंगलवार को दिल्ली से सटे गाजीपुर बॉर्डर में रोक दी गई. पुलिस बल ने पानी की बौछारों से किसानों के जत्थे को इधर-उधर करने की कोशिश की लेकिन किसान अपनी मांगों को लेकर अडिग नजर आए. दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने लाउडस्पीकर से तैनात जवानों से कहा कि किसान रोके जाने पर बैरिकेड तोड़ने की कोशिश करेंगे. हर परिस्थिति से निपटने के लिए अलर्ट रहें.

Advertisement

किसानों का मार्च राजघाट पहुंचने वाला है. वहां से किसान संसद की ओर कूच करेंगे. किसानों की 9 प्रमुख मांगें हैं जिनमें पूर्ण कर्जमाफी और बिजली के बढ़े दाम घटाना अहम है. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, किसानों की यात्रा को रोकने के लिए पुलिस की ओर से आंसू गैस के गोले भी दागे गए.

भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के बैनर तले शुरू हुई यात्रा 23 अक्टूबर को हरिद्वार से चली है जिसे 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में संपन्न होना है.

दिल्ली बॉर्डर पर किसान यात्रा रोके जाने पर भाकियू के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा, हमें दिल्ली प्रवेश करने से क्यों रोका जा रहा है. किसानों की रैली शांति से आगे बढ़ रही है. अगर हम अपनी समस्या सरकार से नहीं कहेंगे, तो किससे कहेंगे. क्या हम बांग्लादेश या पाकिस्तान चले जाएं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement