
2008 में हुए मालेगांव ब्लास्ट को लेकर मंगलवार को कोर्ट का बड़ा फैसला आया है. बॉम्बे हाईकोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह को सशर्त जमानत दे दी है. साध्वी प्रज्ञा को अभी अपना पासपोर्ट कोर्ट में जमा कराना होगा. हालांकि कोर्ट ने अभी कर्नल पुरोहित को जमानत नहीं मिली है. आइए आपको बताते हैं कि आखिर मालेगांव ब्लास्ट में कब क्या हुआ...
- 29 सितंबर 2008 में हुए धमाके में कुल 7 लोग मालेगांव में मारे गए थे, जबकि करीब 80 से अधिक लोग घायल हुए थे.
- मामले में एटीएस की जांच में 'अभिनव भारत' संस्था का नाम सामने आया था. इस मामले में स्वामी असीमानंद, कर्नल पुरोहित सहित साध्वी प्रज्ञा सिंह को 24 अक्टूबर, 2008 को गिरफ्तार किया गया था.
- जुलाई 2009 में स्पेशल कोर्ट ने सभी आरोपियों पर मकोका लगाया था.
- जुलाई 2010 में बॉम्बे हाई कोर्ट ने सभी से मकोका को जारी रखा.
- 15 अप्रैल, 2015 को सुप्रीम कोर्ट ने बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलटकर मकोका को हटा दिया. कोर्ट ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ पुख्ता सबूत नहीं हैं.
- 25 अप्रैल, 2017 को बॉम्बे हाई कोर्ट ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को सशर्त जमानत दे दी है. हालांकि कोर्ट ने कर्नल पुरोहित को जमानत नहीं दी है.
बताते चलें कि 29 सितंबर, 2008 में महाराष्ट्र के मालेगांव में हुए ब्लास्ट में 6 लोग मारे गए थे, जबकि 79 लोग गंभीर रुप से घायल हुए थे. इस मामले में दायर की गई चार्जशीट में 14 आरोपियों के नाम थे. ब्लास्ट के लिए आरडीएक्स देने और साजिश रचने के आरोप में साध्वी प्रज्ञा और कर्नल प्रसाद पुरोहित को गिरफ्तार कर लिया गया था.