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विदेशी पर्यटकों का डाटा बेस तैयार करेगा भारत, संदिग्धों पर नजर रखने में मिलेगी मदद

विदेशी पर्यटकों की जानकारी रखने को लेकर भारत अब अमेरिका के नक्शे कदमों पर चलने जा रहा है. भारत की सुरक्षा एजेंसियां अब भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों का डाटा बेस तैयार करेगी. सुरक्षा एजेंसियों ने ई वीजा के लिए जरिए अब तक 10 लाख विदेशी नागरिकों ने फिंगरप्रिंट्स इकट्ठा कर लिए हैं.

विदेशियों पर नजर रखेंगी सुरक्षा एजेंसियां विदेशियों पर नजर रखेंगी सुरक्षा एजेंसियां
मोनिका शर्मा/जितेंद्र बहादुर सिंह
  • नई दिल्ली,
  • 24 मई 2016,
  • अपडेटेड 11:26 PM IST

विदेशी पर्यटकों की जानकारी रखने को लेकर भारत अब अमेरिका के नक्शे कदमों पर चलने जा रहा है. भारत की सुरक्षा एजेंसियां अब भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों का डाटा बेस तैयार करेगी. सुरक्षा एजेंसियों ने ई वीजा के लिए जरिए अब तक 10 लाख विदेशी नागरिकों ने फिंगरप्रिंट्स इकट्ठा कर लिए हैं.

रखी जा सकेगी संदिग्धों पर नजर
आईएसआईएस और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खतरे के चलते डाटा बैंक से आतंकियों को ट्रैक करने और इन संगठनों से जुड़े संदिग्धों पर नजर रखने में मदद मिलेगी. 26/11 से पहले डेविड हेडली टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था और उस वक्त एजेंसियों को उसके बार-बार भारत आने की जानकारी नहीं थी. खुद हेडली ने इस बात को स्वीकार किया था.

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विदेशियों को देने होंगे फिंगर प्रिंट्स
मोदी सरकार ने यूनिक केस फाइल(यूसीएफ) योजना की शुरुआत की, जिसके तहत अगर कोई भी विदेशी टूरिस्ट वीजा पर भारत आता है और अगर ई वीजा के जरिए अप्लाई करता है तो उन्हें अपने फिंगर प्रिंट्स और अपनी निजी जानकारी देनी होगी.

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