
कर्नाटक में सियासी उठापटक जारी है. कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा है कि राज्य में गठबंधन सरकार को कोई खतरा नहीं है और एक 'स्थिर गठबंधन' को अस्थिर करने का बीजेपी का प्रयास सफल नहीं होगा. कांग्रेस ने शुक्रवार को विधायकों की बैठक बुलाई है. साथ ही पार्टी ने अपने विधायकों को चेतावनी भी दी है. कांग्रेस ने विधायकों से कहा है कि अगर बैठक में नहीं आए तो माना जाएगा कि उन्होंने पार्टी की सदस्यता छोड़ दी. कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे भी आज दिल्ली से बेंगलुरू के लिए रवाना होंगे. वहीं बीजेपी नेता येदियुरप्पा भी दिल्ली से बेंगलुरू पहुंच गए हैं.
उन्होंने कहा कि हमने कांग्रेस को तोड़ने की कोशिश नहीं की. हम लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहे हैं. हम होटल में आराम करना चाहते थे जिसके बाद जेडीएस और कांग्रेस में पैदा हो गया.
उन्होंने कहा कि मैं जेडीएस और कांग्रेस को बताना चाहता हूं कि आप अपने विधायक को एकसाथ रखिए. कांग्रेेस और जेडीएस हमारे विधायकों को लेना चाहती है. हमारा कोई भी विधायक उनके पास नहीं जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि लोकसभा चुनाव में हमारा लक्ष्य 20 सीटें हासिल करना है और हम इसपर अपना काम करना शुरू करेंगे.
वहीं कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी से बात की है और उन्होंने आश्वस्त किया है कि गठबंधन को कोई खतरा नहीं है.
बता दें कि इससे पहले कुमारस्वामी ने भी कहा था कि सरकार को कोई खतरा नहीं है. बीजेपी पर विधायकों और लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए, खड़गे ने कहा कि बीजेपी यह कहकर विधायकों के पास जा रही है कि 'हमने पहले से ही आपके 11 विधायकों को अपने साथ मिला लिया है और आप हमारे साथ जुड़ेंगे तो हमारे 12 विधायक हो जाएंगे. उन्होंने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है. बीजेपी अफवाह फैलाकर विधायकों को गुमराह करने की कोशिश कर रही है. खड़गे ने आगे कहा कि बीजेपी जोड़-तोड़ कर सरकार बनाने का प्रयास कर रही है.
वहीं कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को गुरुग्राम में उस रिसॉर्ट के बाहर प्रदर्शन किया, जहां बीजेपी के विधायकों को ठहराया गया है. इससे पहले मंगलवार को दो विधायकों ने सरकार से समर्थन वापसी का ऐलान कर दिया. जिन दो विधायकों ने समर्थन वापस लिया है उनके नाम आर. शंकर और एच. नागेश हैं. आर. शंकर हावेरी जिले के रानेबन्नुर विधानसभा क्षेत्र के कर्नाटक प्रगनावंथा जनता पार्टी (केपीजेपी) के विधायक हैं तो एच. नागेश कोलार जिले के मुलबागल विधानसभा क्षेत्र के निर्दलीय विधायक हैं. इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए जद (एस) सुप्रीमो एच.डी. देवेगौड़ा ने कहा कि गठबंधन सरकार लगातार 'स्थिर' बनी हुई है.
क्या है कर्नाटक विधानसभा का समीकरण
कर्नाटक की 225 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 80 विधायक, जद(एस) के पास 37 विधायक, बीजेपी के पास 104 विधायक हैं. निर्दलीय विधायक नागेश, केपीजेपी विधायक शंकर ने सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. जबकि बसपा के विधायक ने गठबंधन सरकार को अपना समर्थन बरकरार रखा है.