Advertisement

PM मोदी बोले- मुझे मनमोहन जैसा 'ज्ञान' नहीं, लेकिन गरीब किसानों को करीब से देखा

पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं.

प्रधानमंत्री मोदी प्रधानमंत्री मोदी
मोनिका शर्मा
  • नई दिल्ली,
  • 09 मार्च 2016,
  • अपडेटेड 4:46 PM IST

पीएम नरेंद्र मोदी बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के अभिभाषण पर चर्चा का जवाब दे रहे हैं. मोदी ने कहा, मैं सदन चलने के लिए विपक्ष का धन्यवाद करना चाहता हूं. उन्होंने राज्यसभा में नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद से गुजारिश करते हुए कहा कि आने वाले विधानसभा चुनावों में 30 फीसदी टिकट अनपढ़ों को दिए जाएं.

पीएम ने कहा, 'गुलाम नबी आजाद ने भोपाल में जाकर देखा कि किस गांव में कौन जनधन अकाउंट से वंचित रह गया है, वो उसकी रिकॉर्डिंग तक कर लाए. विपक्ष को ऐसा करना चाहिए. उन्होंने कितनी मेहनत की है. इतनी मेहनत अगर सत्ता में रहते हुए की होती, तो मुझे मेहनत करने की जरूरत नहीं पड़ती.'

Advertisement

मनमोहन जितना ज्ञानी नहीं
मोदी ने कहा, 'क्यों न 2020 तक किसानों की आय दोगुनी हो? मैं मनमोहन जैसा ज्ञानी तो नहीं हूं, लेकिन कुछ चीजें जानता हूं. गरीबों को करीब से देखा है और अगर सही दिशा में चलें तो कामयाबी मिलेगी.'

एक बार फिर राहुल पर निशाना
पीएम मोदी ने लोकसभा में भाषण के दौरान कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर हमला बोला था. राज्यसभा में भी उन्होंने कहा कि दुनिया में तो तरह के लोग होते हैं, एक काम करता है तो दूसरा श्रेय लेता है. दरअसल सरकार की तरफ से EPF निकासी पर टैक्स की घोषणा को वापस लिए जाने के बाद राहुल ने कहा था कि उनके दबाव की वजह से सरकार ने अपने कदम पीछे खींचे हैं. पीएम ने आगे कहा, 'आप इनमें से पहली तरह का व्यक्ति बनने का प्रयास करें क्योंकि इसमें प्रतियोगिता बहुत कम है. ये बात इंदिरा जी ने कही थी.'

Advertisement

पढ़ी निदा फाजली की शायरी
पीएम मोदी ने मशहूर कवि और गीतकार निदा फाजली की एक शायरी पढ़ी. उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, 'सफर में धूप तो होगी, जो चल सको तो चलो... सभी हैं भीड़ में, तुम भी निकल सको तो चलो....किसी के वास्ते राहें कहां बदलती हैं, तुम अपने आप को खुद ही बदल सको तो चलो...यहां किसी को कोई रास्ता नहीं देता, मुझे गिरा कर अगर तुम संभल सको तो चलो..'

30 साल बाद भी गंगा गंदी
पीएम ने कहा कि 30 साल पहले गंगा की सफाई का काम शुरू हुआ था लेकिन नदी अब तक साफ नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा, 'सफाई शुरू होने के 30 साल बाद भी गंगा गंदी क्यों है?'

पीएम ने इससे पहले संसद के निचले सदन लोकसभा में भी राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान भाषण दिया था. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा था.

पीएम ने कहा कि सभी सदस्यों ने राष्ट्रपति की बात मानी और राष्ट्रपति का अभिभाषण सर्वसम्मति से पास होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पिछली बार हंगामे की वजह से सत्र नहीं चल सका.

स्वच्छता अभियान में मीडिया ने दिया साथ
पीएम ने एक बार फिर अपने स्वच्छता अभियान पर बात की. उन्होंने कहा कि सरकार की खिंचाई करने वाली मीडिया भी स्वच्छता मिशन में पार्टनर बनी है. स्वच्छता को देशहित का कार्यक्रम बनाने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जन आंदोलन से ही स्वच्छा मिशन को हासिल किया जा सकता है और स्वच्छता अभियान से पर्यटन को बढ़ावा मिला है.

Advertisement

पीएम ने कहा कि लोकसभा में पास हुए बिलों को हो सके तो राज्यसभा में जल्द से जल्द पारित कराया जाए.

पीएम ने कांग्रेस को निशाना बनाते हुए कहा, 'मृत्यु को एक ऐसा वरदान है कि मृत्यु कभी बदनाम नहीं होती, कभी मृत्यु पर आरोप नहीं लगते. कोई कैंसर से मरता है, तो आरोप कैंसर पर लगता है, मृत्यु पर नहीं. कोई बड़ी उम्र में मरता है तो कहते हैं कि बड़ी आयु से मरा है. कभी-कभी मुझे लगता है कि कांग्रेस के पास भी ऐसा ही वरदान है. कहा जाता है कि विपक्ष पर हमला हो रहा है लेकिन ये नहीं कहा जाता कि कांग्रेस पर हमला हो रहा है.'

पीएम ने कहा उन्होंने सालों से अटके पड़े प्रोजेक्ट को फिर से शुरू किया. उन्होंने कहा, '10-20 सालों से हमारे प्रोजेक्ट अटके पड़े थे लेकिन किसी ने जानने की कोशिश नहीं की. लेकिन मैंने पिछले दिनों करीब 300 प्रोजेक्ट खुद रीन्यू किए जिनकी लागत करीब 15 लाख करोड़ रुपये है.'

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement