
दिल्ली के बेहद पॉश और व्यस्त इलाके लोधी रोड और निज़ामुद्दीन में पिछले कुछ वक़्त से अतिक्रमण और गंदगी बहुत बढ़ गई है. आलम ये है कि दिल्ली जिस वक़्त डेंगू चिकनगुनिया और मलेरिया की चपेट मे है उसमें ये इलाका टूरिस्ट और आस पास रहने वाले लोगों के लिए डेंजर ज़ोन मे तब्दील हो चुका है.
लोग बेहद गंदगी मे लोधी रोड के फ्लाईओवर के नीचे रह रहे है. पैदल चलने वाले लोगों की जगह यहां पूरी तरह घेर ली गई है. यहां तक की सड़क के बीचों बीच की जगह पर भी लोगों ने अपनी रिहाईश बना ली है. ये उस इलाके की तस्वीर है जहां से 100 मीटर की दूरी पर निज़ामुद्दीन पुलिस स्टेशन है, बगल में ही दरगाह है. लोधी रोड की सड़कों पर और फ्लाईओवर के किनारे रहने वाले लोगों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. और जैसे-जैसे इन लोगों की संख्या बढ़ रही है, इस इलाके में बीमारियों को दावत देने का माहौल भी बढ़ गया है.
निज़ामुद्दीन मे रहने वाले प्रदीप लाम्ब़ा कहते है कि सोचिये कि इस रास्ते से जा रहे ये विदेशी पर्यटक भारत और दिल्ली की क्या छवि लेकर जा रहे होंगे. इटली से आये पर्यटक का कहना था यहां की गंदगी और अतिक्रमण को देखकर लगता ही नहीं कि वो नई दिल्ली में घूम रहे हैं. इटली से आई पर्यटक ग्रेडा कहती है की लगता है की हम पुरानी दिल्ली के किसी गंदे इलाके मे आये हैं. अल्फ़रिदो ने अपना अनुभव शेयर करते हुए कहा कि सड़कों पर लोगों को सोते देखकर मैं सचमुच चौंक गया.
इस गंदे माहौल में न सिर्फ पर्यटक दिल्ली की गंदी छवि लेकर जा रहे है बल्कि इस माहौल में निज़ामुद्दीन और लोधी रोड के आस पास रहने वाले लोगों की सुरक्षा भी दाव पर लगी हुई है. ड्रग्स लेने से लेकर चोरी की वारदातें भी यहां बढ़ गई हैं. यहाँ के स्थानीय नागरिकों ने इस समस्या को लेकर LG से लेकर NGT तक को लिखा है. लेकिन अभी तक समस्या का समाधान तो दूर कहीं से उनकी सुनवाई तक नहीं हो पाई है.