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Election Result: अथश्री लोकसभा चुनाव 2019 कथा!

543 लोकसभा सीटों में से इस बार 542 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ, 2019 के चुनाव में कुल 67.11 फीसदी मतदान हुआ जो कि आज़ाद भारत में इतिहास है. सात चरणों में हुए इस चुनाव में कई बार हिंसा की खबरें आईं, तो कई विवाद भी हुए. नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग हुई तो मतदान खत्म होते-होते बंगाल में लड़ाई छिड़ गई.

अब चुनाव के नतीजों का इंतजार है! अब चुनाव के नतीजों का इंतजार है!
मोहित ग्रोवर
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2019,
  • अपडेटेड 9:28 AM IST

आखिरकार वो घड़ी आ ही गई है जब लोकसभा चुनाव के महासमर के नतीजे दुनिया के सामने होंगे. 23 मई की सुबह 8 बजे जब ईवीएम खुलेंगे तो फैसला हो जाएगा कि अगले पांच साल देश पर किस पार्टी की सत्ता होगी. क्या एक बार फिर मोदी सरकार बनने जा रही है या फिर कांग्रेस का जादू चलेगा. 19 मई को मतदान खत्म होने के बाद एग्जिट पोल में मोदी के नाम की सुनामी चली है, अधिकतर एग्जिट पोल में भारतीय जनता पार्टी को अकेले दम बहुमत मिलता दिख रहा है.

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543 लोकसभा सीटों में से इस बार 542 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ, 2019 के चुनाव में कुल 67.11 फीसदी मतदान हुआ जो कि आज़ाद भारत में इतिहास है. सात चरणों में हुए इस चुनाव में कई बार हिंसा की खबरें आईं, तो कई विवाद भी हुए. नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच जुबानी जंग हुई तो मतदान खत्म होते-होते बंगाल में लड़ाई छिड़ गई.

कैसा रहा ये चुनाव, नतीजों में किस पर निगाहें टिकी हैं, क्या एग्जिट पोल सच साबित होंगे, क्या नरेंद्र मोदी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे. ऐसे कई सवाल हैं जिनपर हर किसी की निगाहें हैं और 23 मई को इससे पर्दा उठेगा.

2019 का लोकसभा चुनाव सात चरणों में लड़ा गया. 11 अप्रैल को पहले चरण के लिए वोट डाले गए तो 19 मई को आखिरी चरण का मतदान हुआ. पहले चरण में 91, दूसरे में 97, तीसरे में 117, चौथे में 71, पांचवें में 51 और छठे-सातवें में 59-59 सीटों पर वोट डाले गए. 543 सीटों में से कुल 542 सीटों पर ही मतदान हो पाया था, तमिलनाडु की वेल्लोर सीट पर सुरक्षा कारणों की वजह से मतदान टाला गया था.

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जब चुनाव शुरू हुआ था, तब राजनीतिक हल्कों में पुलवामा आतंकी हमला, बालाकोट एयरस्ट्राइक की चर्चा थी. कांग्रेस की तरफ से राफेल विमान सौदे में कथित घोटाले को लेकर सरकार को घेरा गया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चौकीदार चोर है का नारा उछाला तो जवाब में नरेंद्र मोदी खुद ही चौकीदार बन गए. उनके चौकीदार बनने की देरी थी कि पूरी भाजपा ही चौकीदार बन गई.

इस चुनाव में कई ऐसी बातें हुई जिसने न सिर्फ पूरे देश को हिला दिया, उत्तर प्रदेश में नरेंद्र मोदी का सामना करने को अपनी 25 पुरानी दुश्मनी भुला समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी एक साथ आ गए. अखिलेश मायावती की जोड़ी ने साथ मिलकर बीजेपी को चुनौती दी, देश ने एक लंबे अरसे के बाद मायावती को मुलायम सिंह के लिए वोट मांगते हुए देखा.

इतना ही नहीं, यूपी से ज्यादा इस बार बंगाल पर हर किसी की नजर रही. राज्य की 42 लोकसभा सीटों में से बीजेपी ने 23 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा. बंगाल में बवाल इतना ज्यादा हुआ कि ममता बनर्जी की सरकार ने कई बार योगी आदित्यनाथ, अमित शाह, स्मृति ईरानी की रैलियां ही कैंसिल करवा दीं. मतदान में बहुत हिंसा हुई, पोलिंग बूथ पर देसी बम बरसाए गए.

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चुनाव खत्म होते-होते जब अमित शाह के रोड शो की बारी आई तो बवाल मच गया. शाह ने आरोप लगाया कि सुरक्षा ना होती तो उनका बचना मुश्किल था. बंगाल फतह के लिए पीएम मोदी ने भी चुपचाप कमल छाप का नारा दिया.

एक तरफ भारतीय जनता पार्टी दोबारा सत्ता में आने के लिए जोर लगा रही थी तो कांग्रेस ने भी 72000 का वादा कर ट्रंप कार्ड चल दिया. प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री हुई, राहुल अमेठी के साथ-साथ केरल के वायनाड से भी चुनाव लड़े. कांग्रेस का पूरा कैंपेन न्याय योजना और पीएम मोदी को राफेल के मुद्दे पर कोसने के इर्दगिर्द ही रहा.

नतीजों से पहले जब एग्जिट पोल आए तो हर किसी की आंखें फटी की फटी रह गई. आजतक/एक्सिस माई इंडिया के एग्जिट पोल के मुताबिक, बीजेपी अकेले दम पर 300 के आंकड़े को छू सकती है और एनडीए 365 तक पहुंच सकता है. तो वहीं कांग्रेस एक बार फिर 100 के आंकड़े से काफी दूर रह सकती है. सिर्फ आजतक नहीं बल्कि कई एजेंसियों के सर्वे ने एनडीए को 300 पार पहुंचाया.

अगर 23 मई को एग्जिट पोल नतीजों में बदलते हैं, तो भारतीय राजनीति में एक लंबे समय के बाद इतिहास रचा जाएगा. जब एक नेता के नाम पर लगातार दो बार कोई पार्टी पूर्ण बहुमत के साथ देश पर राज करेगी. नरेंद्र मोदी से पहले ऐसा सिर्फ जवाहर लाल नेहरू और इंदिरा गांधी कर पाए हैं. नेहरू के नाम पर कांग्रेस को 1952, 1957 और 1962 में पूर्ण बहुमत मिला तो इंदिरा की अगुवाई में कांग्रेस 1967-1971 में पूर्ण बहुमत लाई थी.

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यानी बीजेपी बहुमत लाती है तो नरेंद्र मोदी का इतिहास रचना तय है. लेकिन क्या ये इतिहास रचा जाएगा, ये तो 23 मई को ही तय होगा.

23 मई को होने वाली मतगणना के लिए aajtak.in ने भी बड़ी तैयारी की है. आप सभी सुबह 6 बजे से हमारी वेबसाइट पर पूरी कवरेज डिटेल में देख पाएंगे, जहां पर पूरे देश के नतीजे और सभी 542 सीटों पर एक-एक अपडेट आपको देखने को मिलेगा. हम आपको हर बड़े चेहरे के बारे में बताएंगे, वीआईपी सीट का लेखा-जोखा देंगे. 23 के बाद के समीकरण समझाएंगे.

तो देश के सबसे बड़े चुनाव के सबसे सटीक और सही नतीजे जानने के लिए आप aajtak.in के साथ जुड़े रहिए.

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