
लोकपाल नियुक्ति पर चयन समिति की बैठक में शामिल होने से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे ने जहां गुरुवार को इनकार कर दिया. वहीं, पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसी मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा.
सुरजेवाला ने ‘आजतक’ से बातचीत में कहा, ‘लोकपाल एक्ट 2013 में आया, लेकिन मोदीजी ने 45 महीने तक लोकपाल की नियुक्ति करने की जरूरत नहीं समझी. सिर्फ सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ही लोकपाल की चयन समिति की बैठक बुलाई गई. लेकिन ये बैठक कितना बड़ा मजाक है कि पूरे विपक्ष की हिस्सेदारी और आवाज को ही नकारा जा रहा है. क्या मोदी भ्रष्टाचार पर नकेल रखने के लिए नियुक्त किए जाने वाले लोकपाल की नियुक्ति में विपक्ष की राय और अभिव्यक्ति को नकार रहे हैं?’
सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री किसी की नहीं सुनते और लोकपाल की एकपक्षीय नियुक्ति चाहते हैं जो स्वीकार्य नहीं है. ये लोकपाल एक्ट की भावना और उद्देश्य के खिलाफ है.
सुरजेवाला के मुताबिक खड़गे कह रहे हैं कि राजनेताओं और कार्यपालिका की पारदर्शिता और जवाबदेही को सुनिश्चित करने के लिए सारी कवायद के उद्देश्य और भावना के खिलाफ कोई कदम नहीं उठाया जाएगा. क्या आप ऐसा लोकपाल चाहते हैं जो पॉकेट लोकपाल हो? आप क्यों विपक्ष के नेता को लोकपाल की नियुक्ति करने वाली टीम का हिस्सा नहीं बनने दे रहे.
सुरजेवाला ने एसएससी घोटाले पर प्रधानमंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ये घोटाला भी व्यापम जैसा ही है. व्यापम में लोगों की जान गई, ऐसा ही एसएससी घोटाले में है. छात्र सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री उनकी नहीं सुन रहे हैं.