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कांग्रेस विधायक बिकाऊ नहीं, मिल रहे हैं 25 करोड़ रुपए तक के ऑफर: कमलनाथ

कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि उन्होंने कांग्रेस के विधायकों को 10 से 25 करोड़ रुपए तक का लालच दिया है. कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अपने विधायकों के साथ मीटिंग की थी. वहीं दस विधायकों ने कहा कि उनके पास इस तरह के कॉल आ रहे हैं जिसमें पैसों का लालच दिया जा रहा है.

2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी 2018 के मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने सरकार बनाई थी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 22 मई 2019,
  • अपडेटेड 8:30 AM IST

मध्य प्रदेश में कमलनाथ सरकार पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. जिसको लेकर एमपी सीएम कमलनाथ का कहना है कि बीजेपी के जरिए उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है. कमलनाथ का कहना है कि मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस के विधायकों को तोड़ने के लिए करोड़ों रुपए देने की पेशकश कर रही है.

लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल में बीजेपी की बहुमत से जीत के अनुमान ने मध्य प्रदेश की सियासत गरमा दी है. 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कुछ ही सीटों के अंतर से सत्ता पाने से चूकी बीजेपी अब फिर से सियासी कसरत में जुट गई है. राज्य में सत्ता के नए समीकरण उभरने के संकेत मिलने लगे हैं. एग्जिट पोल के नतीजों से उत्साहित  बीजेपी ने जहां फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी है तो वहीं सीएम कमलनाथ ने अपने विधायकों को बीजेपी से ऑफर मिलने की बात कहकर हॉर्स ट्रेडिंग का आरोप लगाया है.

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इंडिया टूडे के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कमलनाथ ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि बीजेपी ने कांग्रेस के विधायकों को 10 से 25 करोड़ रुपए तक का लालच दिया है. कमलनाथ ने कहा कि उन्होंने अपने विधायकों के साथ मीटिंग की थी. वहीं दस विधायकों ने कहा कि उनके पास इस तरह के कॉल आ रहे हैं कि आप हमारे साथ आ जाइए, हम आपको 10 से 25 करोड़ रुपए देंगे. कमलनाथ ने कहा कि विधायकों को मंत्री पद का लालच देकर भी तोड़ने की कोशिश की जा रही है.

हालांकि कमलनाथ अपने विधायकों के प्रति आश्वस्त दिखे. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी का कोई विधायक कहीं जाने वाला नहीं है. साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विधायक बिकाऊ नहीं है. बता दें कि कांग्रेस मध्य प्रदेश में 15 साल के बाद सत्ता में लौटी है. साल 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने बीजेपी को धूल चटाने के बाद सत्ता का वनवास खत्म किया था. जिसके बाद कमलनाथ को राज्य की कमान सौंपी गई थी.

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