
महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है. पार्टी ने पूर्व सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को इसका चेयरमैन बनाया है. वहीं मणिकम टैगोर, हरीश चौधरी और पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे इसके सदस्य होंगे.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के ऊपर पार्टी के नेताओं को एकजुट रखने की सबसे बड़ी चुनौती है. कांग्रेस के नेता आए दिन पार्टी से इस्तीफा दे रहे हैं, जबकि विधानसभा चुनाव बेहद नजदीक हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 7 जुलाई को लोकसभा चुनावों में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें पश्चिमी उत्तर प्रदेश संभालने की जिम्मेदारी दी थी. लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस को यूपी में महज एक सीट हासिल हुई.
कांग्रेस पार्टी के तत्कालीन अध्यक्ष राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हार गए. उन्हें भारतीय जनता पार्टी की दिग्गज नेता स्मृति ईरानी ने चुनाव हराया था.
महाराष्ट्र में इस्तीफों का दौरा जारी है. कांग्रेस विधायक निर्मला गावित ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया. 1980 से 2014 तक लगातर नौ बार नंदुरबार सीट से सांसद रहे दिग्गज कांग्रेसी नेता माणिकराव गावित की बेटी निर्मला गावित ने अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को भेज दिया है.
निर्मला गावित गुरुवार को शिवसेना में शामिल हो सकती हैं. इससे पहले वह उद्धव ठाकरे से मुलाकात कर सकती हैं. बता दें कि महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस के कई नेता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. हाल ही में कांग्रेस के विधायक कालिदास कोलंबकर ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया. ऐसे में ज्योतिरादित्य सिंधिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती यही है कि किस तरह से पार्टी संगठन को मजबूत बनाया जाए.