
भीमा कोरेगांव हिंसा के मामले में आरोपी वेरनॉन गोंजाल्विस की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान बुधवार को अहम मुद्दा बने उपन्यास वॉर एंड पीस पर अब सियासत शुरू हो गई है. बॉम्बे हाई कोर्ट की एकल पीठ द्वारा सुनवाई के दौरान इससे जुड़ा सवाल किए जाने को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने विचित्र बताया है.
रमेश ने गुरुवार को ट्वीट कर इस पर सवाल उठाते हुए लिखा कि किसी व्यक्ति से हाई कोर्ट के जज द्वारा यह पूछा जाना कि उसने टॉलस्टॉय की पुस्तक वार एंड पीस की प्रति क्यों रखी है, इसका जवाब दे, यह सच में विचित्र है. उन्होंने लिखा है कि नए इंडिया में आपका स्वागत है. रमेश के इस ट्वीट पर यूथ कांग्रेस ने भी कमेंट किया है.
न्यायमूर्ति कोतवाल ने टिप्पणी की थी कि बरामद पुस्तकों और सीडी से प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा है कि आप प्रतिबंधित संगठन का हिस्सा हैं. मामले की जांच कर रही पुलिस ने दावा किया था कि गोन्जाल्विस के घर पर छापेमारी के दौरान कई भड़काऊ सबूत बरामद किए गए, जिनमें से वॉर एंड पीस पुस्तक भी एक है.
गोन्जाल्विस के घर से यह सामग्री हुई थी जब्त
पुलिस ने वेरनॉन गोन्जाल्विस के मुंबई स्थित घर से वॉर एंड पीस समेत कई अन्य सामग्रियां भी जब्त की थी. इनमें कबीर कला मंच की सीडी, मार्क्सिस्ट आर्काइव्स, जय भीमा कॉमरेड के साथ ही नेशनल स्टडी सर्किल द्वारा जारी परिपत्र की प्रतियां भी शामिल हैं.