
मंगलवार को अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा, ‘आज संविधान दिवस पर संविधान को मानने वालों की जीत हुई है और नकारने वालों की करारी हार. विशेष सांविधानिक शक्ति के दुरुपयोग के लिए नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए किसी और को भी इस्तीफा दे देना चाहिए, जिनकी ‘भोर की भूल’ ने आज देश को सारे विश्व के सामने शर्मिंदा किया है.’
माना जा रहा है कि अखिलेश यादव के ‘किसी और को भी इस्तीफा दे देना चाहिए’ से मतलब महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से है.
इसके अलावा सीपीएम के महासचिव सीताराम येचुरी ने भी महाराष्ट्र के राज्यपाल का इस्तीफा मांगा है. येचुरी ने ट्वीट कर कहा, ‘आज 70वां संविधान दिवस है. लिहाजा सभी भारतीयों से, खासकर संवैधानिक पदों पर बैठे लोगों से संवैधानिक मूल्यों और नैतिकता का पालन करने की उम्मीद की जाती है. अब महाराष्ट्र के राज्यपाल को कम से कम नैतिकता का परिचय देना चाहिए और अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए.’
SC के फ्लोर टेस्ट के आदेश के बाद फडणवीस का इस्तीफा
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने दो दिन की नियमित सुनवाई के बाद मंगलवार को आदेश दिया कि महाराष्ट्र विधानसभा में 27 नवंबर को शाम पांच बजे तक फ्लोर टेस्ट कराया जाए. इसके बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में बहुमत नहीं मिलते देख सूबे के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इसके अलावा अजित पवार ने भी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
फडणवीस ने अजित पवार के साथ मिलकर शनिवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और सरकार बनाई थी. फडणवीस के साथ अजित पवार ने सूबे के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. अब शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस समेत अन्य दल मिलकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने जा रहे हैं. सभी दलों ने उद्धव ठाकरे को अपना नेता चुन लिया है. उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बनने वाले ठाकरे परिवार के पहले सदस्य होंगे. बताया जा रहा है कि वो एक दिसंबर को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे.