किसान आंदोलन की आंच महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश से होते हुए अब धीरे-धीरे पूरे देश में फैल रही है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी अब किसानों के हित को लेकर केन्द्र में बैठी मोदी सरकार को निशाने पर लिया है.
ममता बनर्जी ने बुधवार शाम को हिन्दी और अंग्रेजी दोनों ही भाषाओं में किसानों के समर्थन में श्रृंखलाबद्ध तीन ट्वीट किए. ममता ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है, 'भारत सरकार को पूरे देश में किसानों का कर्जा माफ करना पड़ेगा. किसान जब आंदोलन कर रहे हैं तब सरकार खामोश नहीं रह सकती.'
अपने दूसरे ट्वीट में ममता ने मोदी सरकार द्वारा जारी की गई नोटबंदी को निशाने पर लिया है. उन्होंने साफ शब्दों में लिखा है कि किसानों के इस संकट का कारण है नोटबंदी. सत्ताधारी दल अपने वादों को निभाएं और राज्यों पर अपने जिम्मेदारियों को ना थोपें. इस ट्वीट से
ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर दो निशाने साधने की कोशिश की है. पहला तो नोटबंदी और दूसरा पशु वध प्रतिबंध.
अपने तीसरे ट्वीट में ममता ने कहा, 'सत्तारूढ़ दल द्वारा एक आश्वासन दिया गया था और अब उन्हें अपनी प्रतिबद्धता को पूरा करना होगा.'
केन्द्र से काफी खफा हैं ममता बनर्जी पिछले दिनों की बात करें तो ममता बनर्जी लगातार केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाने साधती रही हैं. ममता बनर्जी ने इससे पहले पशुवध प्रतिबंध की भी कड़ी आलोचना की थी. केंद्र सरकार के पशु वध प्रतिबंध को ममता बनर्जी ने असंवैधानिक बताया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि केंद्र सरकार से गुजारिश है कि राज्य के मामलों में दखल न दे.
इसके अलावा उन्होंने
मोदी सरकार द्वारा बैन की गई लाल बत्ती पर भी कड़ी टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि राज्य सरकार इस बात का निर्णय करेगी कि किसे लालबत्ती दी जाए और किसे नहीं.