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मनीष सिसोदिया ने यमुना घाट पर नक्षत्र वाटिका का किया उद्घाटन...

नगर निगम के चुनाव से पहले दिल्ली सरकार उत्तरांचली और पूर्वांचली वोटर को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. दिल्ली सरकार ने इसी के मद्देनजर यमुना घाट के रिवर फ्रंट को हरा और साफ करने की कवायद के साथ शनिवार को नक्षत्र वाटिका और नौग्रह उपवन का उद्घाटन भी किया है.

मनीष सिसोदिया मनीष सिसोदिया
पंकज जैन
  • नई दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2017,
  • अपडेटेड 6:51 AM IST

नगर निगम के चुनाव से पहले दिल्ली सरकार उत्तरांचली और पूर्वांचली वोटर को लुभाने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती. दिल्ली सरकार ने इसी के मद्देनजर यमुना घाट के रिवर फ्रंट को हरा और साफ करने की कवायद के साथ शनिवार को नक्षत्र वाटिका और नौग्रह उपवन का उद्घाटन भी किया है.

दिल्ली जल बोर्ड ने यमुना के घाटों को हराभरा करने का जिम्मा उठाया है. इस वाटिका में 27 नक्षत्र पेड़ लगाए गए हैं. साथ ही कई खूबसूरत फूल और पौधों से इस वाटिका को सजाया गया है. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मंत्री कपिल मिश्रा ने इस वाटिका का उदघाटन करने के साथ साथ यमुना घाट पर आरती भी की.

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क्या कहते हैं कपिल मिश्रा?
दिल्ली सरकार में मंत्री कपिल मिश्रा कहते हैं कि नक्षत्र वाटिका और नवग्रह उपवन का उदघाटन आज किया गया है. यह यमुना के रिवर फ्रंट को ग्रीन और सुंदर करने की शुरुआत है. लोगों को यमुना किनारे ऐसी 2 एकड़ की जमीन मिलेगी जहां वे अपना वक्त गुजार सकते हैं. इसे बनाने में 2 महीने लगे हैं और 23 लाख की लागत से इसे तैयार किया गया है.

मनीष सिसोदिया ने आगे की चुनौतियों के बारे में क्या कहा?
दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कहते हैं कि 2 महीने बाद यह कैसा दिखता है यही चुनौती है. इस वाटिका में हर पेड़ या पौधे के पीछे विज्ञान है जिसे समझाने की कोशिश की गई है. यहां लोग आएंगे तो गन्दी यमुना नजदीक से दिखेगी और अपने घर के आसपास गंदगी फैलाने से पहले वे 4 बार सोचेंगे. वे कहते हैं कि सरकार भी ऐसी कोशिशें कर रही है कि यमुना में गंदा पानी न गिरे. इसके अलावा सरकार ड्रेन का प्लान भी तैयार कर रही है.

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हालांकि वाटिका को ऐसी जगह तैयार किया जा रहा जिसके किनारे मैली और बदबूदार नदी बह रही है. यमुना नदी को साफ करने के सवाल पर दिल्ली सरकार अभी भी प्लान तैयार करने की बात कह रही है. ऐसे में वाटिका की हरियाली को बरकरार रखने के साथ-साथ लोगों को इस तरह की मुहिम से जोड़ना सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती होगी.


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