
मनमोहन सिंह ने केंद्र सरकार की नीतियों पर हमला बोलते हुए रविवार को कहा कि अर्थव्यवस्था की हालत काफी खराब है और मोदी सरकार के गलत प्रबंधन के कारण देश मंदी की ओर बढ़ रहा है.
एक बयान में मनमोहन सिंह ने कहा, 'पिछली तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट 5 फीसदी रही जिससे पता चलता है कि देश लंबे दिनों तक मंदी की चपेट में रहेगा.' उन्होंने कहा, 'जबकि देश के पास तेजी से विकास करने की पूरी क्षमता है.' पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, भारत इस ग्रोथ को नहीं झेल सकता, इसलिए मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि बदले की राजनीति छोड़े और इस मानव निर्मित संकट को समाप्त करने और अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के लिए विचारवान लोगों से राय मशविरा करे.
मनमोहन सिंह के इस बयान पर शिवराज सिंह के अलावा बीजेपी के पूर्व सांसद और मंत्री शाहनवाज हुसैन ने भी पलटवार किया. शाहनवाज हुसैन ने कहा कि 'मनमोहन सरकार की गलत नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था को बिगाड़ा जिसे हमारी सरकार अब दुरुस्त कर रही है.' उन्होंने यह भी कहा कि स्विस बैंक के जितने खाताधारक हैं उनके नाम जल्द सामने आएंगे और ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार कार्रवाई करेगी.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने भी शनिवार को अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर मोदी सरकार की आलोचना की थी. चव्हाण ने कहा कि सरकार में किसी का ध्यान अर्थव्यवस्था पर नहीं है और सभी कश्मीर, अनुच्छेद 370 और पाकिस्तान में व्यस्त हैं. चव्हाण ने सरकार से पूछा कि भारत 5 खरब डॉलर की इकोनॉमी कैसे बनेगा जब विकास दर 5 फीसदी से नीचे है.
एक दिन पहले शनिवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नरेंद्र मोदी की सरकार पर यह कहते हुए निशाना साधा कि इस सरकार ने अर्थव्यवस्था की हालत खराब कर दी है. प्रियंका ने ट्विटर पर कहा, 'जीडीपी वृद्धि दर को देखते हुए यह साफ है कि अच्छे दिनों का भोंपू बजाने वाली बीजेपी सरकार ने अर्थव्यवस्था को पंचर कर दिया है.' उन्होंने कहा, न जीडीपी वृद्धि दर मजबूत हुई और न रुपया ही मजबूत हुआ है. देश से रोजगार गायब है. अब साफ हो गया है कि कौन देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद करना चाहता है?