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रक्षा मंत्रालय में बंदरों का आतंक: मनोहर पर्रिकर

जिस रक्षा मंत्रालय में देश के दुश्मनों से निपटने की प्लानिंग होती है वही रक्षा मंत्रालय आजकल किसी के आतंक से डरा सहमा है. चौंकिए नहीं, ये कोई और नहीं बल्कि बंदर हैं. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा कि उनके मंत्रालय में बंदरों ने आतंक मचाया हुआ है. उन्होंने कहा कि बंदरों को दूर भगाने के लिए उनके दफ्तर के बाहर सेना के दो जवान हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं.

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 08 मार्च 2015,
  • अपडेटेड 9:49 PM IST

जिस रक्षा मंत्रालय में देश के दुश्मनों से निपटने की प्लानिंग होती है वही रक्षा मंत्रालय आजकल किसी के आतंक से डरा सहमा है. चौंकिए नहीं, ये कोई और नहीं बल्कि बंदर हैं. रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर ने रविवार को कहा कि उनके मंत्रालय में बंदरों ने आतंक मचाया हुआ है. उन्होंने कहा कि बंदरों को दूर भगाने के लिए उनके दफ्तर के बाहर सेना के दो जवान हमेशा ड्यूटी पर रहते हैं.

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पणजी में एक किताब के विमोचन के अवसर पर पर्रिकर ने कहा कि जब उन्होंने रक्षामंत्री का पद संभाला और पहली बार दफ्तर गए तो उन्होंने सोचा कि बाहर तैनात दो सुरक्षा जवान चौकीदार हैं और सुरक्षा के मद्देनजर उन्हें तैनात किया गया है. रक्षा मंत्री ने कहा कि बाद में उन्हें पता चला कि दफ्तर के बाहर तैनात दोनों सुरक्षाकर्मियों का प्राथमिक काम बंदरों को कार्यालय परिसर में घुसने से रोकना और उन्हें दूर भगाना है.

पर्रिकर ने मजाकिया लहजे में कहा, 'वास्तव में बंदर राम सेना के हैं, और हां कर्नाटक स्थित राम सेना के नहीं.' वह दरअसल दक्षिणपंथी हिंदू संगठन श्री राम सेना का जिक्र कर रहे थे, जिस पर मुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने प्रतिबंध लगा दिया था.

दिल्ली के साउथ ब्लॉक में बंदर एक गंभीर खतरा हैं. इस इलाके में देश के तीन प्रमुख दफ्तर हैं जिनमें प्रधानमंत्री कार्यालय, रक्षा मंत्रालय और विदेश मंत्रालय शामिल हैं.

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इनपुट: IANS

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