
मंथन आजतक 2017 के दूसरे सत्र 'बीजेपी बनाम शिवसेना' में शिवसेना सांसद संजय राउत और महाराष्ट्र सरकार ने शिक्षा मंत्री विनोद तावड़े ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन इंडिया टुडे टेलिवीजन के मैनेजिंग एडिटर राहुल कंवल ने किया. शिवसेना ने कहा कि राहुल गांधी ने गुजरात में रैलियां करके साफ कर दिया है कि वह देश का नेतृत्व करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं.
क्या है दोनों पार्टियों का रिश्ता?
सत्र की शुरुआत करते हुए राहुल कंवल ने संजय राउत से पूछा कि आखिर बीजेपी के साथ उनका मौजूदा रिश्ता कैसे परिभाषित किया जा सकता है? संजय राउत ने कहा कि उनका बीजेपी से रिश्ता तीन दशकों पुराना है. उनकी पार्टी की सोच है कि भले मुद्दों पर बोलने से कतराते नहीं है. हालांकि इसी सवाल पर विनोद तावड़े ने कहा कि सरकार से बाहर दोनों पार्टियों का क्या पक्ष है वह अलग बात है लेकिन बीते 3 वर्षों से महाराष्ट्र सरकार की कैबिनेट बैठक में कभी कोई अहम मतभेद नहीं रहे हैं.
जीएसटी पर मतभेद क्यों?
संजय राउत ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद महाराष्ट्र में छोटे कारोबारियों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है. वहीं पूरे कारोबार नें कुछ व्यवहारिक दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. लिहाजा केन्द्र सरकार के लिए जरूरी है कि वह जल्द से जल्द जमीनी हकीकत का जायजा लेते हुए इन दिक्कतों को दूर करने का कदम उठाए.
जीएसटी और नोटबंदी का गुजरात पर असर?
राहुल ने संजय राउत से पूछा कि क्या जीएसटी की दिक्कतों के चलते गुजरात में बीजेपी को चुनाव जीतने में दिक्कतें आएगी? संजय राउत ने कहा कि हमें गुजरात को समझने की जरूरत है. गुजरात प्रधानमंत्री का होम स्टेट है लिहाजा राज्य में बीजेपी को चुनाव कोई नहीं हरा सकता. हालांकि संजय राउत ने कहा कि नोटबंदी का फैसला सरकार के हित ने नहीं रहेगा. हालांकि विनोद तावड़े का कहना है कि इन दोनों फैसलों का बी अवधि में फायदा देखने को मिलेगा.
खत्म हो गई मोदी की हवा
संजय राउत ने दावा किया कि देश में अब मोदी की कोई हवा नहीं है. राउत के मुताबिक इसका सीधा साक्ष्य गुजरात में देखने को मिलता है. यहां मोदी सरकार के फैसलों पर आपत्ति दिखा रही है कि लोग मोदी सरकार ने नाराज है. राहुल ने विनोद तावड़े से पूछा कि क्या बीजेपी की स्ट्रैटेजी है कि वह बीजेपी को इतना मजबूत कर दे कि महाराष्ट्र में उसे शिवसेना की जरूरत नहीं पड़े. विनोद ने कहा कि यह दोनों पार्टी की कोशिश रहेगी कि वह चुनाव में अपने दम पर जीत कर आए लेकिन सरकार बनाने में यदि किसी को भी किसी की जरूरत पड़ती है तो बीजेपी और शिवसेना एक बार फिर एक साथ होकर सरकार बनाएगी.
राहुल में दम है
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि राहुल गांधी को पप्पू कहना गलत है. जिस तरह से वह गुजरात और देश के अन्य हिस्सों में लोगों से बात कर रहे हैं उससे साफ है कि अब वह देश में नेतृत्व देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. वही संजय राउत ने कहा कि देश की जनता सबसे बड़ी है और वह जब चाहे जिसे चाहे उसे पप्पू बना सकती है.
बीजेपी-एनसीपी एक साथ नहीं हो सकते
संजय राउत ने दावा किया महाराष्ट्र में बीजेपी और एनसीपी एक साथ नहीं आ सकते. गठबंधन में वीटो पॉवर के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि आज भी शिवसेना के पास वीटो पावर है, लेकिन हमारे साथ सरकार चलाने के लिए कोई जबरदस्ती नहीं है. राउत ने कहा कि शरद पवार साहब बीजेपी के साथ नहीं जाएंगे. राज्य और विधानसभा चुनाव में आप किसी के बारे में निश्चित नहीं सकते.