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नक्सलियों ने पुलिस समझकर शिक्षक को मारी गोली, फिर मांगी माफी

शिक्षक योगेंद्र मेश्राम की हत्या मामले में नक्सलियों ने एक पत्र जारी किया है जिसमें कहा गया है कि गुप्तचर यंत्रणा के गलती से पुलिस समझकर दुर्भाग्य से उनकी हत्या कर दी गई.

नक्सलियों ने खत लिख मांगी माफी (फोटो-आजतक) नक्सलियों ने खत लिख मांगी माफी (फोटो-आजतक)
दिव्येश सिंह
  • गढ़चिरोली,
  • 20 मार्च 2019,
  • अपडेटेड 10:02 PM IST

दस दिन पहले महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले के कोरची तहसील में नक्सलियों ने एक शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी थी. अब नक्सलियों ने परिवार से यह कहते हुए माफी मांगी है कि उन्होंने पुलिसकर्मी समझकर गलती से शिक्षक को गोली मारी है. उनका इरादा शिक्षक नहीं थे. दुख की घड़ी में वो परिवार के साथ हैं.

बोटेझरी के कंत्राटी स्वास्थ्य सेविका कस्तूरबा चंदू देवगड़े के पति योगेंद्र मेश्राम गढ़चिरौली नगर परिषद के जवाहरलाल नेहरू विद्यालय में कला शिक्षक के रूप में कार्यरत थे. वो हर शनिवार  पत्नी से मिलने आते थे. 10 मार्च को वह ढोलडोंगरी के मुर्गा बाजार में गए थे. यह मौका देखकर नक्सलियों ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना के बाद माओवादी उत्तर गढ़चिरौली डिवीजनल कमिटी के सचिव पवन ने एक पत्र जारी किया है.

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नक्सलियों द्वारा जारी किया गया पत्र

इस पत्र में कहा गया है कि, योगेंद्र मेश्राम दोषी नहीं थे. मेश्राम परिवार हमारा टार्गेट नहीं था. हमारी गुप्तचर यंत्रणा के गलती से पुलिस समझकर दुर्भाग्य से उनकी हत्या हुई. मेश्राम परिवार के दुख में हम सहभागी होकर इस घटना के लिए माफी मांगते हैं. यह घटना हमारी गलती और बड़ी कमजोरी है. इसका जिक्र करते हुए भी पवन ने माफी मांगी है. जारी पत्र में समस्त नागरिकों, शिक्षक, स्वास्थ्य कर्मचारी, व्यापारी व पत्रकारों से भी हम माफी मांगा गया है.

बता दें कि पिछले कुछ दिनों से नक्सलियों ने गढ़चिरौली जिले में गतिविधियां तेज कर दी हैं. करीब चार जगह पर रोड के कंस्ट्रक्शन के इस्तेमाल में आने वाले गाड़ियों को भी फूंक डाला. लोगों में बढ़े क्रोध के कारण माओवादी उत्तर गढ़चिरौली डिविजनल कमिटी के सचिव पवन ने यह पत्र देकर सफाई देने की कोशिश की.

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वहीं जनवरी महीने में महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में सात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था. इन नक्सलियों पर कुल 31.50 लाख रूपये का इनाम था. इसमें तीन महिला नक्सली शामिल थीं.

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