
आतंकी मसूद अजहर को संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित कर दिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर के खिलाफ ये कार्रवाई की है. बता दें, जैश-ए-मोहम्मद ने 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला किया था. सीआरपीएफ जवानों को लेकर जा रही बस को विस्फोट से उड़ा दिया गया था. इस आतंकी हमले में CRPF के 40 जवान शहीद हो गए थे. इसके बाद से ही भारत लगातार मसूद को वैश्विक आतंकी घोषित कराने की कोशिश कर रहा था. अब 75 दिन बाद भारत को कामयाबी मिल गई है.
मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा समिति के सदस्य देशों अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस लगातार कोशिश कर रहे थे, लेकिन बार-बार चीन इस पर वीटो लगा दे रहा था. करीब 10 सालों में चीन 4 बार वीटो लगा चुका था. 2009, 2016, 2017 और फरवरी, 2019 में चीन ने प्रस्ताव पर वीटो लगाया था, लेकिन उसने अंतराष्ट्रीय स्तर पर दबाव पड़ने से चीन ने वीटो हटा दिया और इसके बाद मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया गया.
संयुक्त राष्ट्र में भारत के राजदूत सैयद अकबरूद्दीन ने इसकी जानकारी ट्विटर पर दी. उन्होंने कहा, 'मसूद अजहर को वैश्विक आतंकी घोषित कर दिया गया है, सहयोग के लिए सभी का धन्यवाद'
संयुक्त राष्ट्र के फैसले का फ्रांस ने किया स्वागत
फ्रांस सुरक्षा परिषद के फैसले का स्वागत करता है, फ्रांस कई वर्षों से अजहर को आतंकी घोषित करवाने की कोशिश में जुटा था, जो फरवरी में हुए पुलवामा हमले का भी जिम्मेदार है. फ्रांस सरकार ने मसूद पर 15 मार्च को ही प्रतिबंध लगा दिया था. फ्रांस की कोशिशों पर आज सुरक्षा परिषद ने भी मुहर लगा दी.
बीजेपी ने कहा-ये पीएम मोदी की आतंक पर जीत
मसूद अजहर पर कार्रवाई होने के बाद बीजेपी ने कहा कि ये आतंक के खिलाफ पीएम मोदी की बड़ी जीत है. ट्विटर पर बीजेपी ने लिखा, 'भारत को मिली आतंकवाद के खिलाफ ऐतिहासिक सफलता. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पुलवामा आतंकी हमले का दोषी मसूद अजहर अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित. मोदी है तो मुमकिन है'
मसूद अजहर की चल-अचल संपत्ति होगी फ्रीज
अंतरराष्ट्रीय आतंकी घोषित होने के बाद अब मसूद अजहर यूएन के सदस्य राष्ट्र देशों की यात्रा नहीं कर पाएगा. मसूद की चल-अचल संपत्ति फ्रीज की जाएगी. यूएन से जुड़े देश उसकी मदद नहीं कर पाएंगे. उसे हथियार नहीं दे पाएंगे.
मसूद अजहर का कश्मीर कनेक्शन
पूरी दुनिया जानती है कि मसूद अजहर आतंकवादी है और पाकिस्तान इस आतंकवादी की पनाहगार है. अब तो मसूद अजहर आधिकारिक तौर से ग्लोबल आतंकवादी घोषित किया जा चुका है. ऐसे में उसका आतंकी बायोडाटा पर एक नजर डाल लेते हैं. 90 के दशक से ही मसूद अजहर जम्मू-कश्मीर में एक्टिव रहा है. 1994 में उसे श्रीनगर से गिरफ्तार किया गया था. मगर, कंधार कांड के बाद भारत सरकार को उसे रिहा करना पड़ा था. उसी के बाद से वह भारत के लिए चिंता का विषय बन गया.
भारत से रिहा होने के बाद मसूद अजहर ने जैश-ए-मोहम्मद नाम का संगठन बनाया, जिसने अभी तक हिंदुस्तान में कई आतंकी वारदातों को अंजाम दिया है. भारत में किन हमलों के पीछे जैश-ए-मोहम्मद का हाथ. 2001 में संसद पर हमला, 2016 में पठानकोट हमला, 2018 में पठानकोट हमला और 2019 में पुलवामा आतंकी हमला. ये तो वो आतंकी हमले हैं, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा. इसके अलावा भी कश्मीर में रोजाना जो छोटे आतंकी हमले होते हैं या सेना के साथ मुठभेड़ होती हैं. उसमें भी जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी शामिल रहते हैं.