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मायावती के बदले सुर- गेस्ट हाउस कांड के लिए अखिलेश जिम्मेदार नहीं

मायावती ने गेस्ट हाउस कांड पर कहा कि उस घटना के समय सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव राजनीति में नहीं थे. बसपा प्रमुख ने कहा कि बीजेपी 2 जून 1995 के गेस्ट हाउस कांड की याद दिला रही है. यह हत्या करने की साजिश थी. बीजेपी उस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों को आज बड़ा पद देकर क्या साबित करना चाहती है? क्या वह मेरी हत्या चाहती है?

मायावती और अखिलेश यादव मायावती और अखिलेश यादव
शिवेंद्र श्रीवास्तव/वरुण शैलेश
  • लखनऊ,
  • 24 मार्च 2018,
  • अपडेटेड 5:53 PM IST

राज्यसभा चुनाव नतीजों के बाद मायावती ने शनिवार को बीजेपी को आड़े हाथ लिया और कहा कि बसपा-सपा के एक साथ आने से बीजेपी की मुश्किलें बढ़ी हैं. बसपा-सपा गठजोड़ तोड़ने के लिए बीजेपी तमाम तरह की कोशिश कर रही है.

मायावती ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए गेस्ट हाउस कांड का भी उल्लेख किया और उस घटना के लिए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जिम्मेदार नहीं माना. मायावती ने कहा कि बीजेपी 2 जून 1995 के गेस्ट हाउस कांड की याद दिला रही है. यह हत्या करने की साजिश थी. बीजेपी उस घटना में शामिल पुलिसकर्मियों को आज बड़ा ओहदा देकर क्या साबित करना चाहती है? क्या वह मेरी हत्या चाहती है? जब स्टेट गेस्ट हाउस कांड हुआ था तब अखिलेश राजनीति में नहीं थे.

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बसपा प्रमुख ने कहा, जब गेस्ट हाउस कांड हुआ था, उस समय जिस पुलिसकर्मी ने खड़े हेकर कांड कराया था, उसी को योगी ने यूपी का डीजीपी बनाया है. मेरी हत्या कराने के मकसद से कराए गए कांड के सबसे बड़े जिम्मेदार आदमी को डीजीपी बनाने के पीछे बीजेपी साजिश तो नहीं कर रही है?

मायावती ने कहा कि जब से सपा-बसपा की नजदीकी बढ़ी है, बीजेपी को मुश्किलें बढ़ गई हैं. इस गठबंधन को तोड़ने के लिए बीजेपी ने तमाम कोशिशें कीं. सपा-बसपा की नजदीकी से घबराकर बीजेपी पिछड़ों के लिए अलग से आरक्षण देने जा रही है. हम इसका स्वागत करेंगे.

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