
नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले मेहमानों की जानकारी विदेश मंत्रालय ने ट्वीट कर दी है. इसमें बताया गया है कि बिम्सटेक देशों के अलावा किर्गिज़स्तान के राष्ट्रपति और मॉरीशस के प्रधानमंत्री को भी न्योता दिया गया है.
आपको बता दें कि मॉरीशस के प्रधानमंत्री इस साल प्रवासी भारतीय दिवस के भी मुख्य अतिथि थे. ट्वीट में विदेश मंत्रालय के पेज का लिंक भी दिया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने वाले अतिथियों के बारे में जानकारी दी है. इसमें बताया गया है कि बिम्सटेक देशों के अलावा किर्गिस्तान के राष्ट्रपति और मॉरीशस के प्रधानमंत्री को भी न्योता दिया गया है.
कुमार ने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंच चुके मेहमानों का फोटो भी ट्वीट किया है. इनमें बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हमीद, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जुगनॉथ, भूटान के प्रधानमंत्री डॉ. लोटे शेरिंग और थाइलैंड की ओर से मंत्री गिरीश बेरच शामिल हैं.
हम आपको बता दें कि ये जानकारी मंत्रालय की ओर से ट्वीट कर दी गई है. जबकि इससे पहले बताया गया था कि ये जानकारी सार्वजनिक नहीं की जा सकती. 2014 के शपथ ग्रहण समारोह में इस बात की जानकारी देने से इनकार किया गया था. जबकि इस बार यही जानकारी सार्वजनिक किया गया है.
इंडिया टुडे ने 2014 में शपथ ग्रहण समारोह के बाद पीएमओ में एक आरटीआई दाखिल की थी. जिसमें ये जानकारी मांगी गई थी कि समारोह में कितने विदेशी मेहमानों ने शिरकत की और इनके स्वागत में कितना खर्च किया गया. तब पीएमओ ने आरटीआई को राष्ट्रपति के सेक्रेटेरियट में ट्रांसफर कर दिया था.
इसके बाद राष्ट्रपति के सेक्रेटेरियट ने इसके जवाब में बताया था कि समारोह में 8 देशों के राष्ट्राध्यक्षों को न्योता भेजा गया है. जबकि अतिथियों के नामों का खुलासा करने से इनकार कर दिया था.
बताया गया था आरटीआई एक्ट के सेक्शन 8 (1) (j) के तहत मेहमानों के नामों का खुलासा नहीं किया जा सकता. बाद में 21 मई 2014 को राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बताया कि सार्क देशों के राष्ट्राध्यक्षों को न्योता दिया गया है. फिर मीडिया ने शपथ ग्रहण समारोह को कवर किया और सभी मेहमानों के फोटो भी दिखाए.
मेहमानों के खर्च का ब्यौरा मांगने पर राष्ट्रपति के सेक्रेटेरियट ने बताया था कि किसी खास समारोह के लिए अलग से खर्च का ब्यौरा नहीं रहता है. यह बजट में हाउसहोल्ड सेक्शन के तहत आने वाले खर्च में शामिल होता है. ऐसे में इस बार यही जानकारी सार्वजनिक करने पर विदेश मंत्रालय की कार्यशैली पर सवाल उठता है.