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उत्तराखंड में बादल फटने से 34 लोगों की मौत, उफान पर कई नदियां, अगले 72 घंटे भारी बारिश का रेड अलर्ट

देशभर में मौसम का हाई अलर्ट जारी हो गया है. दिल्ली-एनसीआर में मौसम बदलना शुरू हो गया है और अगले 48 घंटों में मानसून दस्तक दे सकता है. हिमालय में माससून नया गुल खिला रहा है, जिससे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले 72 घंटे बेहद भारी गुजरने वाले हैं.

हिमाचल-उत्तराखंड में अलर्ट जारी हिमाचल-उत्तराखंड में अलर्ट जारी
अमित कुमार दुबे
  • नई दिल्ली,
  • 01 जुलाई 2016,
  • अपडेटेड 11:22 PM IST

देशभर में मौसम का हाई अलर्ट जारी हो गया है. दिल्ली-एनसीआर में मौसम बदलना शुरू हो गया है और अगले 48 घंटों में मानसून दस्तक दे सकता है. हिमालय में माससून नया गुल खिला रहा है, जिससे उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में अगले 72 घंटे बेहद भारी गुजरने वाले हैं.

अगले 48 घंटों में हिमालय पर मूसलाधार बारिश
मानसून की एक नई लहर उत्तर भारत में अपना असर दिखा रही है, इसकी वजह से दिल्ली, एनसीआर, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड के तमाम इलाकों में मौसम बदल चुका है. कई जगहों पर बारिश लोगों को परेशान किए हुए हैं. लेकिन अब पहाड़ों के मौसम में बदलाव और तेजी से होगा और अगले 48 घंटों में हिमालय पर मूसलाधार बारिश होने वाली है.

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हिमाचल-उत्तराखंड में अलर्ट जारी
मौसम विभाग की मानें तो मानसून और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस आपस में टकरा रहे हैं, जिसकी वजह से पहाड़ के ऊंचे इलाकों में मौसम खराब होने की आशंका काफी बढ़ गई है. हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों के लिए भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है. इन तीनों राज्यों में अगले 72 घंटों में 12 सेंटीमीटर या इससे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की जा सकती है.

उत्तराखंड में अलकनंदा नदी का रौद्र रूप
लगता है देवभूमि उत्तराखंड से देव एक बार फिर नाराज हैं. जिस तरह से नदियां उफन रही हैं, जिस तरह से सैलाब सबकुछ बहाकर ले जा रहा है. उत्तराखंड वालों के लिए तीन साल पहले की तबाही फिर से जहन में तैरने लगी है. लोग डरने लगे हैं. उत्तराखंड की सबसे खतरनाक और सबसे बड़ी नदी अलकनंदा उफान पर है. कहा जाता है कि अलकनंदा जब अपना रौद्र रूप धारण करती है तो सिर्फ और सिर्फ तबाही लाती है. ऋषिकेष-बद्रीनाथ मार्ग पर तोता घाटी के पास चट्टान खिसकने से हाइवे बंद हो गया है. उत्तराखंड में पिछले 24 घंटे से मौसम ने जैसे हाहाकार मचा दिया है, बाढ़ और बारिश प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू टीमें भेजी जा रही हैं.

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पीएम मोदी ने जताया दुख
उत्तराखंड में भारी बारिश, लैंडस्लाइड और बादल फटने से 34 लोगों की मौत हो चुकी है. बद्रीनाथ से गौचर के बीच करीब तीन हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया है. मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत में भी भारी बारिश की चेतावनी दी है.  भारी बारिश की आशंका के चलते हरिद्वार, टिहरी, पिथौरागढ़, नैनीताल के सभी स्कूल मंगलवार तक बंद रहेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में बादल फटने और बारिश की वजह से मारे गए लोगों को लेकर दुख जताया. उन्होंने कहा कि इस दुख की घड़ी में वो उत्तराखंड के लोगों के साथ हैं. साथ ही पीएम जख्मी हुए लोगों को जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की.

आंध्र के 56 गांव बाढ़ में डूबे
तेलंगाना के आदिलाबाद, हैदराबाद, करीमनगर, खम्मम, महबूबनगर, मेढक, नालगोंडा, निज़ामाबाद, रंगा रेड्डी और वारंगल में बारिश ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है, जबकि आंध्र प्रदेश के 56 गांव बाढ़ के पानी में डूबे हैं. इन गांवों में बिजली गुल है. यहां ईस्ट गोदावरी नदी उफान पर है. आंध्र प्रदेश में अगले दो दिनों तक मूसलाधार बारिश की चेतावनी है.

अरुणाचल में भूस्खलन से 10 लोगों की मौत
अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट कामेंग जिले में शुक्रवार सुबह हुए एक भूस्खलन में 10 लोगों की मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि पांच शव निकाले जा चुके हैं और अन्य शवों को निकालने के लिए अभियान जारी है. भूस्खलन में मारे गए लोग एक छोटी पहाड़ी के नीचे निवास करते थे. अरुणाचल प्रदेश के राज्यपाल जे पी राजखोवा ने मृतक के परिवार के लिए एक-एक लाख रुपये अनुग्रह राशि की घोषणा की है.

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मध्य प्रदेश में भी बाढ़ का कहर
मध्य प्रदेश के खरगोन में बाढ़ कहर बरपा रहा है. यहां भारी बारिश की वजह से दीवानी बंधानी नदी उफन रही है. बाढ़ का पानी सड़कों पर आग गया है. बारिश की वजह से खंडवा-वडोदरा हाइवे का बुरा हाल हो चुका है.

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