
लोकसभा चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद बीजेपी और टीएमसी कार्यकर्ताओं की हिंसक झड़प का अखाड़ा बने पश्चिम बंगाल के हालात पर गृह मंत्रालय ने गहरी चिंता जताई है. मंत्रालय़ ने रविवार को जारी हिंसा से निपटने के लिए राज्य सरकार को एडवाइजरी जारी की. एडवाइजरी में कहा गया है कि पिछले कुछ सप्ताह से राज्य में बगैर रोक-टोक के जारी हिंसा कानून-व्यवस्था बनाए रखने और इसके प्रति आम नागरिकों में विश्वास बनाए रखने में सरकारी मशीनरी की विफलता है. यह सुनिश्चित करने के लिए दृढ़ता से सलाह दी जाती है कि कानून-व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं. मंत्रालय ने जिम्मेदार अधिकारियों को अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए कड़ी कार्रवाई करने की सलाह दी है.
मंत्रालय की यह एडवाइजरी पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के भांगीपारा, हाटगाचा में चार लोगों के मारे जाने के बाद जारी की गई है. बीजेपी के पश्चिम बंगाल प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को फोन पर आज की हिंसक घटना से अवगत करा बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बनाए जाने के संबंध में जानकारी दी. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में हुए नुकसान से दुःखी ममता बनर्जी बीजेपी कार्यकर्ताओं को निशाना बना रहे गुंडों को नियंत्रित कर रही हैं. विजयवर्गीय ने पिछले 5 वर्ष में सौ बीजेपी कार्यकर्ताओं की मौत का दावा करते हुए कहा कि हमने लोकसभा चुनाव में 42 में से 18 सीटें जीतीं, जो टीएमसी से महज 4 कम थी. पार्टी विधानसभा चुनाव के लिए सभी 294 सीटों का ब्लू प्रिंट तैयार करा रही है. उन्होंने कहा कि बीजेपी बंगाल के नेता जल्द ही प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और गृह मंत्री से मुलाकात कर राज्य के हालात से अवगत कराएंगे.
बता दें कि लोकसभा चुनाव से लेकर परिणाम की घोषणा के बाद अब तक दोनों दलों के समर्थकों के बीच हिंसक झड़प आती रही हैं. दोनों दलों के बीच तल्खी किस कदर है, इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले दिनों ममता बनर्जी ने बीजेपी कार्यालय का ताला तोड़कर उसकी दीवारों को अपने हाथ से टीएमसी के रंग में रंगा था. चुनाव प्रचार के दौरान भी दोनों ही दलों के नेताओं ने जुबानी जंग में सारी सीमाएं लांघ दी थीं.