
भारत के लिए पाकिस्तान से लगती सीमा हमेशा से सिरदर्द रही है. सीमा पार से होने वाली घुसपैठ रोकने के लिए सरकार हर संभव कदम उठा रही है. इसी के तहत बॉर्डर पर फ्लडलाइट्स भी लगाई गई हैं. गृह मंत्रालय की वार्षिक रिपोर्ट में भी इन फ्लडलाइट्स के बारे में विस्तार से जानकारी शामिल की गई है लेकिन मजे की बात ये है कि इस रिपोर्ट में फ्लडलाइट्स का असर दिखाने के लिए जो तस्वीर इस्तेमाल की गई है वो भारत के नहीं बल्कि स्पेन-मोरक्को के बॉर्डर की है.
खास बात ये है कि गृह मंत्रालय की रिपोर्ट की तरह सोशल मीडिया पर भी स्पेन-मोरक्को की ये पिक्चर खूब शेयर की जा रही है और इसे बॉर्डर को लेकर मोदी सरकार की चुस्ती के तौर पर पेश किया जा रहा है.
एएलटी न्यूज के मुताबिक ये तस्वीर मोदी सरकार के कार्यकाल की नहीं बल्कि 2006 की है. फोटो खींचने वाले फोटोग्राफर का नाम जेवियर मोयानो बताया जाता है और उन्होंने ये फोटो स्पेन-मोरक्को बॉर्डर की फ्लड लाइट्स दर्शाते हुए खींची थीं.
इस मामले में एक और खास बात ये भी है कि नासा की वेबसाइट पर भारत-पाक के बॉर्डर की फ्लडलाइट दिखाते हुए फोटो उपलब्ध है फिर भी गृह मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में उसकी बजाय फर्जी फोटो का इस्तेमाल किया और स्पेन-मोरक्को बॉर्डर को भारत-पाक बॉर्डर बनाकर पेश कर दिया.