
राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के नेता बाला नंदगांवकर ने रविवार शाम मुंबई के बांद्रा स्थित मातोश्री जाकर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे से मुलाकात की. बीएमसी चुनावों के लिए सीट बंटवारे को लेकर शिवसेना और बीजेपी में बढ़ी तल्खी और संबंध विच्छेद के बीच हुई इस मुलाकात ने दोनों भाइयों राज और उद्धव के बीच गठबंधन की अटकलें बढ़ा दी है.
एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के करीबी नंदगांवकर और उद्धव ठाकरे के बीच करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई. सूत्रों के मुताबिक, नंदगांवकर ने इस मुलाकात में एमएनएस और शिवसेना के बीच गठबंधन का प्रस्ताव दिया. सूत्रों ने साथ ही बताया कि शिवसेना के साथ गठबंधन के लिए एमएनएस ने सीटों की कोई खास मांग नहीं रखी, बस मुंबई में बीजेपी को रोकने के लिए संयुक्त मोर्चे की जरूरत पर जोर दिया.
हालांकि राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि लंब समय से अलग राहें पकड़े इन भाइयों के मिलन में अब थोड़ी देर चुकी है, क्योंकि बीएमसी चुनावों के नामांकन भरने का काम पहले ही शुरू हो चुका है. अब बस इतना हो सकता है कि ये दोनों दल मुंबई, ठाणे, पुणे और नासिक के निकाय चुनावों के लिए रणनीतिक साझेदारी कर लें.
वहीं सूत्रों का कहना है कि एमएनएस मुंबई और ठाणे में शिवसेना को समर्थन देने की इच्छुक हैं, लेकिन बदलें में उसे नासिक में मदद चाहिए. मनसे नासिक नगरनिगम की सत्ता है, लेकिन उनसे सभी प्रमुख नेताओं सहित आधे से ज्यादा पार्षदों से उसका साथ छोड़ पार्टी की चुनाव उम्मीदों को मद्धिम कर दिया हैं.
दूसरी तरफ बीजेपी मुंबई सहित दूसरे शहरों के निकाय चुनावों पूरे खम ठोक रही है. ऐसे में मनसे और शिवसेना के बीच गठजोड़ की कोशिश को बड़े टर्निंग प्वाइंट की तरह देखा जा रहा है. ठाकरे बंधुओं की यह जोड़ी बीजेपी के सामने गंभीर चुनौतियां पेश कर सकती है. हालांकि शिवसेना ने मनसे के इस ऑफर पर अभी कोई जवाब नहीं दिया है.