
देश का मिजाज जानने के लिए 'आजतक' और इंडिया टुडे ने KARVY इंसाइट लिमिटेड के साथ मिलकर अब तक का सबसे बड़ा ओपिनियन पोल किया है. देश के 19 राज्यों- आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, दिल्ली, गुजरात, हरियाणा, झारखंड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में 12 जुलाई से 23 जुलाई के बीच यह सर्वे किया गया.
मूड ऑफ द नेशन नाम से किए गए इस सर्वे में इन राज्यों के 97 संसदीय क्षेत्रों के अंतर्गत पड़ने वाले 194 विधानसभा क्षेत्र में कुल 12,178 लोगों की राय पूछी गई, जिनमें 68% लोग ग्रामीण और 32% लोग शहरी इलाकों में रहने वाले थे. आजतक के सर्वे के मुताबिक साल 2019 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुकाबले के लिए विपक्ष में राहुल गांधी सबसे बेहतर विकल्प होंगे. इसके बाद नीतीश कुमार और फिर सोनिया गांधी का नाम सामने आ रहा है.
देश के 21 फीसदी लोगों का मानना है कि साल 2019 के चुनाव में नरेंद्र मोदी के मुकाबले के लिए विपक्ष के PM प्रत्याशी के रूप में राहुल गांधी सबसे बेहतरीन विकल्प होंगे, जबकि 13 फीसदी लोग नीतीश कुमार को बेहतर विकल्प मानते हैं. इसके अलावा पीएम मोदी के मुकाबले के लिए 12 फीसदी लोग सोनिया गांधी को बेहतर विकल्प मानते हैं, जबकि 22 फीसदी लोगों ने किसी भी तरह की राय नहीं दी है. इनका कहना है कि वे कुछ नहीं कह सकता है कि अगले चुनाव में पीएम मोदी के मुकाबले के लिए कौन बेहतरीन विकल्प साबित होगा. आगामी चुनाव में मोदी के मुकाबले के लिए विपक्ष के उम्मीदवार के रूप में कई और चेहरे सामने आ रहे हैं.
इस फेहरिस्त में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, प्रियंका गांधी, पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, समाजवादी पार्टी के प्रमुख मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीम मायावती के नाम शामिल हैं.
सर्वे के मुताबिक साल 2019 के आम चुनाव के लिए सात फीसदी लोग अरविंद केजरीवाल, छह फीसदी लोग प्रियंका गांधी, चार फीसदी लोग पी चिदंबरम, चार फीसदी लोग ममता बनर्जी, तीन फीसदी लोग नवीन पटनायक और तीन फीसदी लोग मुलायम सिंह यादव को मोदी के मुकाबले के लिए बेहतर विकल्प मानते हैं. इसके अलावा महज दो फीसदी लोग ही मायावती को पीएम मोदी के मुकाबले के लिए अच्छा विकल्प मानते हैं. सर्वे के मुताबिक राहुल गांधी दक्षिण और पश्चिम क्षेत्र और ग्रामीण भारत में बेहद लोकप्रिय हैं. जबकि पूर्व क्षेत्र में नीतीश कुमार की लोकप्रियता ज्यादा है.क्या कांग्रेस के बगैर महागठबंधन का वजूद संभव?
सर्वे मेंपूछा गया कि बिना कांग्रेस महागठबंधन बनना संभव है? इस सवाल के जवाब में 33 फीसदी लोगों ने कहा हां, जबकि 44 फीसदी लोग मानते हैं कि कांग्रेस के बिनामहागठबंधन का वजूद संभव नहीं है. जबकि 22 फीसदी लोगों ने कोई राय नहीं दी. कुल मिलाकर हर 3 में से एक शख्स मानता है कि कांग्रेस के बिना भी महागठबंधन का वजूद संभव है.
प्रत्याशी आमराय
राहुल गांधी - 21 फीसदी
नीतीश कुमार- 13 फीसदी
सोनिया गांधी- 12 फीसदी
अरविंद केजरीवाल- 7 फीसदी
प्रियंका गांधी - 6 फीसदी
पी चिदंबरम - 4 फीसदी
ममता बनर्जी - 4 फीसदी
नवीन पटनायक - 3 फीसदी
मुलायम सिंह यादव- 3 फीसदी
मायावती - 2 फीसदी