
मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (सीएसटी) रेलवे स्टेशन पर फुटओवर गिरने से बड़ा हादसा हुआ है. हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई है जबकि 36 लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है. बता दें कि मुंबई में फुटओवर ब्रिज गिरने का यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले साल 2018 और 2017 में भी ऐसे ही हादसे हो चुके हैं. इन हादसों से एक सवाल उठाता है कि डेढ़ साल में तीन पुल हादसे, क्या इतनी सस्ती है मुंबईकरों की जान?
14 मार्च की शाम करीब साढ़े सात बजे सीएसटी के बाहर एक फुटओवर ब्रिज गिर गया. यह हादसा शाम के वक्त हुआ जब लोग अपने दफ्तर से घर की ओर जा रहे थे. यह ब्रिज सड़क से करीब 30 फीट ऊपर था, जिसका एक हिस्सा जमीन पर आ गया. इस हादसे के बाद बीएमएसी और रेलवे इस पुल को एक-दूसरे का बताकर पल्ला झाड़ने में लग गए.
3 जुलाई 2018 को मुंबई के अंधेरी में भी फुटओवर ब्रिज गिरने से ऐसा हुआ था. इस हादसे में 6 लोग घायल हो गए थे. तब ये गनीमत रही थी कि हादसे में किसी की मौत नहीं हुई थी. बीएमसी और रेलवे ने इस हादसे के लिए एक दूसरे पर आरोप मढ़े थे.
वहीं, 29 सितंबर 2017 को भी मुंबई में एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर पुल गिरने से हादसा हुआ था. भगदड़ मचने से हुए हादसे में 23 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 23 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. यह सुबह 10:30 हुआ था, उस दिन बारिश भी काफी हुई थी, जिससे पुल पर फिसलन जैसे हालात हो गए थे.