
आजतक के खास कार्यक्रम मुंबई मंथन में भारतीय जनता पार्टी के नेता शाहनवाज हुसैन और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी में तीखी बहस हुई. दोनों ही नेता राम मंदिर, मुगल समेत कई मुद्दे पर आमने-सामने हुए. तीखी बहस के दौरान शाहनवाज हुसैन ने ओवैसी से कहा कि मुगलों और अंग्रेजों ने देश में लालकिला, ताजमहल और संसद बनवाई लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं है कि हम देश उन्हीं को ही सौंप दें.
दरअसल, दोनों नेताओं के बीच में बाबर समेत अन्य मुगलों के द्वारा भारत में बनाई गई इमारतों पर चर्चा हो रही थी. तभी शाहनवाज ने कहा कि बाबर बाहर के देश से हमारे यहां आया, इसलिए हम उसे अपना नहीं मानते हैं. अगर कोई ताजमहल, लालकिला बनाएगा तो क्या हम उसे अपना मुल्क ही दे देंगे.
बीजेपी नेता ने कहा कि अंग्रेजों ने संसद बनाई लेकिन इसका मतलब ये नहीं हम उन्हें अपना देश ही सौंप दें. उन्होंने कहा कि जिसने सोमनाथ पर हमला किया, क्या वह हिंदुस्तान से मोहब्बत करता था. मुगलों ने अगर ताजमहल बनवाने का ऑर्डर दे दिया, लेकिन उसे बनाया तो हिंदुओं ने ही था. लेकिन क्या इससे हम उनके नौकर हो गए.
ओवैसी ने किया पलटवार
शाहनवाज हुसैन की इन बातों का जवाब देते हुए असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मैं मुगलों को आक्रमणकारी नहीं समझता हूं, जो लोग यहां पैदा हुए और यहीं मरे वो आक्रमणकारी नहीं हो सकते हैं. ओवैसी ने कहा कि मुगल हमारे देश के इतिहास का हैं, हिंदुस्तान में जो आर्यन हैं वो बाहरी हैं.
असदुद्दीन ओवैसी बोले कि बाबर वहां से आए थे, जहां पर प्रधानमंत्री फूल चढ़ाकर आए थे. शाहजहां, अकबर, जहांगीर आप लोग आखिर किस-किस पर सवाल उठाएंगे.
उन्होंने कहा कि BJP का सिर्फ एक ही नारा है, कि सारे मुसलमान बाबर की संतान हैं, 1200 साल की गुलामी हुई है. बीजेपी अभी तक गुलामी के दौर से नहीं निकली है.