
2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. एक तरफ सहयोगी लगातार बीजेपी पर निशाना साध रहे हैं तो अब सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सवाल उठने शुरू हो गए हैं. सिक्किम के एकमात्र सांसद प्रेमदास राय का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा अब धुंधला पड़ता जा रहा है और विपक्षी दलों का महागठबंधन अगर आकार ले लेता है तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लिए 2019 में सत्ता वापसी करना काफी मुश्किल होगा.
आपको बता दें कि प्रेमदास राय की पार्टी सिक्किम डेमाक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) केंद्र में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का हिस्सा है. गौरतलब है कि एक तरफ जहां भारतीय जनता पार्टी पूर्वोत्तर की सभी 25 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने का लक्ष्य तय कर रही है ऐसे में वहां से ही एक साथी का इस तरह बयान आना बीजेपी को झटका दे सकता है.
''क्षेत्रीय तौर पर जीतेंगे, लेकिन राष्ट्रीय का पता नहीं''
एक न्यूज एजेंसी से बात करते हुए सांसद बोले कि "हम बतौर एक क्षेत्रीय पार्टी अगला चुनाव जरूर जीतेंगे, लेकिन राष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए मुझे लगता है कि मोदीजी का करिश्मा धुंधला गया है. भाजपा ने जिस तरह भेदभाव की नीति के साथ काम किया है, उसके परिणाम अब सामने आ रहे हैं."
दो बार के सांसद राय ने यह भी कहा, "संसद की कार्यवाही न चलना हमारे जैसे छोटे दलों को प्रभावित कर रहे हैं और हमारे अधिकार बड़े दलों द्वारा रौंदे जा रहे हैं."
''2019 के चुनाव में बढ़ सकती है कांग्रेस की सीटें''
हालिया चुनावों में कांग्रेस के बेहतर प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए राय ने कहा कि छत्तीसगढ़ को छोड़कर कांग्रेस मध्य प्रदेश व राजस्थान में बहुत ही मामूली अंतर से जीती है, लेकिन विपक्षी दल बेहतर तरीके से अपने कार्यकर्ताओं में ऊर्जा का संचार करने में सक्षम होगा और इससे उनकी सीटों की संख्या बढ़ सकती है.
उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि लोकसभा चुनाव में दोनों पक्षों के बीच मुकाबला कड़ा रहेगा और अगर महागठबंधन आकार ले लेता है तो भाजपा के लिए यह बड़ी समस्या बन सकता है."
''CBI-RBI पर हमले से ठीक नहीं गया संदेश''
राय ने दावा किया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस सहित सभी दलों के भीतर जोर-शोर से मंथन चल रहा है. एसडीएफ सांसद ने जोर देकर कहा कि जनता और बुद्धिजीवीवर्ग सीबीआई और आरबीआई जैसे संस्थानों पर कथित रूप में मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे हमलों के तरीकों से बिल्कुल खुश नहीं है. यह भाजपा के खिलाफ जा सकता है.
उन्होंने स्पष्ट किया कि एक पार्टी के एकमात्र लोकसभा सांसद होने के नाते वह हमेशा राज्य के सीमा हितों की रक्षा के लिए सत्तारूढ़ पार्टी के साथ ही जाएंगे.
''अपनी कोशिशों में सफल रहे हैं राहुल गांधी''
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बारे में पूछने पर राय ने कहा कि पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कमान संभालने के बाद उन्हें पार्टी के भीतर युवाओं को जगह देने के लिए कई तरीकों से मुश्किल भरे दौर से गुजरना पड़ा. लेकिन वह ऐसा करने में सफल रहे. उन्हें यह भी समझ आ गया कि उन्हें न केवल युवाओं को समर्थन देना है, बल्कि वरिष्ठ लोगों को भी साथ लेकर चलना है, जो पार्टी के लिए बहुत मूल्यवान हैं.
गौरतलब है कि बीते दिनों में बीजेपी के कुछ सहयोगियों ने आंखें दिखाई हैं. पहले बिहार में रामविलास पासवान, फिर उत्तर प्रदेश में अनुप्रिया पटेल और अब पूर्वोत्तर से विरोध की आवाज एनडीए के लिए चुनाव से पहले अच्छा संकेत नहीं हो सकता है.