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'सीधी बात' में बोले सिद्धू- करतारपुर कॉरिडोर पर PAK ने किया अपना काम, अब भारत की बारी

सिद्धू ने कहा कि यहां सियासत डर की होती है, यहां ट्रोल है जो किसी के ऊपर भी कैसा भी इल्जाम लगातें हैं. वो भाड़े के टट्टू हैं, उनकी बातों में दम नहीं होता, दम जनता में होता है. पहली बार सेलेब्रेटी जीतता है लेकिन दूसरी बार काम जीतता है, तीसरी बार आचरण व्यवहार जीतता है और चौथी बार उसका किरदार जीतता है. किरदार किसी मॉल में नहीं मिलता.

नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो- PTI) नवजोत सिंह सिद्धू (फाइल फोटो- PTI)
अजीत तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 10:33 PM IST

आजतक के खास शो 'सीधी बात' में कांग्रेस के कद्दावर नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा से हुई मुलाकात पर खुलकर बात की.सिद्धू ने करतारपुर साहिब कॉरिडोर को लेकर कहा कि भारत सरकार का दायित्व है कि वो 12 करोड़ लोगों के लिए प्रयास करे. इस कॉरिडोर के लिए पाकिस्तान ने आश्वासन भी दिया है.

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दुनिया में कोई भी मुल्क ऐसा नहीं है जहां अपने मक्के को जाने के लिए रोका जाता हो. यहां तक की जेरूसलम में इतना जंग होने के बाद भी वहां मौजूद एलेक्सा मोस्क पर मुसलमान जाते हैं. क्राइस्ट की चर्च वहां क्रिश्चन जाते हैं. ऐसे में सिख जगत के लिए भारत सरकार को प्रयास करना चाहिए.

उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लिए पाकिस्तान ने कई बार स्टेटमेंट जारी किया है. अब भारत की सरकार को भी काम करना चाहिए.

यहां सियासत डर की होती है: सिद्धू

सिद्धू ने कहा कि यहां सियासत डर की होती है, यहां ट्रोल है जो किसी के ऊपर भी कैसा भी इल्जाम लगातें हैं. वो भाड़े के टट्टू हैं, उनकी बातों में दम नहीं होता, दम जनता में होता है. पहली बार सेलिब्रिटी जीतता है लेकिन दूसरी बार काम जीतता है, तीसरी बार आचरण व्यवहार जीतता है और चौथी बार उसका किरदार जीतता है. किरदार किसी मॉल में नहीं मिलता.

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बीजेपी पर निशाना साधते हुए सिद्धू ने कहा कि मेरे पाकिस्तान जाने से बुरा उन लोगों को लगा जो घबराते हैं. बुरा उन लोगों को लगा जिन्होंने सिद्धू को जोत कर रखा. जिन्होंने 66-66 रैलियां करवाईं. तब बीजेपी के लिए मैं देशभक्त था, लेकिन अब नहीं हूं.

बीजेपी तस्करों के साथ खड़ी हो गई इसलिए छोड़ा साथ: सिद्धू

सिद्धू ने कहा, 'मैंने बीजेपी इसलिए छोड़ा क्योंकि जो राष्ट्रधर्म की बात करते थे वो तस्करों और डकैतों के साथ खड़े हो गए. वो पंजाब में बीजेपी को गिरवी रखकर चले गए. मैंने बीजेपी को छोड़कर पंजाब को चुना.'

पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर पाकिस्तान यात्रा के सवाल पर सिद्धू ने कहा, 'मेरी यात्रा एक महीने पहले ही तय हो गई थी. मैं तो वाजपेयी के रास्तों पर ही चल रहा था. क्या वाजपेयी जी दोस्ती के लिए पाकिस्तान नहीं गए थे. दिक्कत ये हुई कि सिद्धू गया और आपको किसी ने बुलाया नहीं तो आपको तकलीफ हो गई.'

उन्होंने कहा, 'सिद्धू की एक झप्पी षडयंत्र है और इनकी एक राफेल पर 10 हजार करोड़ देना ठीक है. बाजवा आकर मुझे ये कहता है कि गुरुनानक देव जी का लांघा हम लोग खोलने वाले हैं. तो मैं पीठ करके खड़ा हो जाता. भारत-पाक का जब मैच होता है और वहां के खिलाड़ी आकर हाथ मिलाते हैं तो क्या लोग पीठ करके खड़े हो जाते हैं. मैं अपने देश के लिए गया था.'

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सिद्धू ने कहा कि मोदी सरकार बताए कि राफेल डील में जो 10 हजार करोड़ ज्यादा लगे वो किसकी जेब में गए. नोटबंदी के फैसले पर हमला करते हुए सिद्धू ने कहा कि क्या ढ़ाबे में, घरों में और दुकानों पर काम करने वाले मजदूर  मां-बहन और बेटे चोर हैं. अगर नहीं तो ये बताएं कि चोर कौन हैं. स्विस बैंक में लाखों करोड़ों रुपये चोरी कर जमा करने वाले कहां गए.

अमृतसर रेल हादसे पर सिद्धू की सफाई

सिद्धू ने कहा कि इन्होंने डकैतों के साथ हाथ मिलाया. बीजेपी भय की राजनीति करती है, गोलियां चलवाती है, जांच की धमकी देती है, एजेंसी पीछे लगाती है. अमृतसर रेल हादसे पर सिद्धू ने कहा, 'मेरे पत्नी रेल की पटरी पर नहीं खड़ी थी. उन्हें 6 जगह जाना था और कई बार मंच से पटरी से लोगों को हटने के लिए बोला. लेकिन बादल ने कहा कि सिद्धू सीधे तौर पर हादसे का जिम्मेदार है. जबकि मैं केरल में था. अगर यही करना था च तो यूपी में 325 बच्चों की मौत हो गई, तो क्यों नहीं बीजेपी अपने मुख्यमंत्री को हटा लेती है. काशी में पुल गिरा तो पीएम को पर्ची पकड़ा दो.'

सिद्धू ने कहा कि हादसे में मृतकों के 6 परिवारों को 8 हजार रुपये महीना दे रहा हूं और सारी उम्र दूंगा. ताउम्र मेरी जिम्मेदारी है. बाकि जो भी आया लाशों पर राजनीति की और चले गए. इसलिए मैं जीतता हूं.

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'मैंने पंजाब के लिए डकैतों का साथ छोड़ा'

सिद्धू ने अकाली दल पर निशाना साधते हुए कहा कि मेरी मां कहती थी कि किसी का बुरा वक्त आए तो उसे छोड़ना नहीं. आज पंजाब का बुरा हाल है और इसलिए मैं पंजाब के साथ हूं. मेरे सामने सवाल ये था कि मैं पंजाब के साथ रहूं या डकैतों और तस्करों का साथ देने वालों के साथ रहूं. गिरगिट भी इतनी जल्दी रंग नहीं बदलता जितना बीजेपी बदलती है.

नोटबंदी एक तुगलकी फरमान था, अन्य देशों ने नोट बदलने के लिए चार चार साल लिए. लेकिन यहां एक रात में आदेश दे दिया गया. कहा गया कि आतंकवाद खत्म हो जाएगा लेकिन आतंकवाद बढ़ गया. टैक्स रिटर्न बढ़ी तो आरबीआई की इनकम कैसे कम हो गई.

अजहरुद्दीन मेरा बड़ा भाई: सिद्धू

मोहम्मद अजहरुद्दीन के सवाल पर सिद्धू ने कहा, 'मोहम्मद अजहरुद्दीन मेरा बड़ा भाई था. अगर मेरी उससे कोई मदभेद हुए तो वो चारदीवारी में हुए, कोई जान नहीं पाया आजतक कि क्या हुआ. सिद्धू बातों को अंदर रखना जानता है. लेकिन सिद्धू जब बाहर मिलता है तो उसके साथ भी झप्पी डालता है.'

सिद्धू ने कहा, 'अगर मेरा बाजवा के साथ गले मिलना गलत है तो सैनिकों द्वारा मिठाई का आदान-प्रदान क्यों किया जाता है, हाईकमिशन फूलों का गुलदस्ता क्यों पहुंचाता है. फिर तो ये क्रिकेट मैच भी बंद होना चाहिए. विराट कोहली को कहो कि ये पाकिस्तानियों से हाथ न मिलाए और गले न मिले. क्या गले लगना षडयंत्र है.'

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विराट देश की शान, मैं उनका फैन: सिद्धू

विराट कोहली द्वारा अपने फैन को एंटी नेशनल कहे जाने पर सिद्धू ने कहा कि विराट कोहली देश की शान है, कोहली शताब्दियों में एक बार पैदा होता है. मैं विराट कोहली का फैन हूं. विराट बनने के लिए आपको तपस्वी बनना पड़ेगा. तो उसका तप नहीं देखते.

क्या आपने कभी क्रिकेट को मिस किया इस सवाल पर सिद्धू ने कहा कि मैंने कभी कुछ भी मिस नहीं किया. मैंने क्रिकेट छोड़ने के अगले दिन कमेंट्री करने लगा था. मुझे वरिष्ठ टीम में आने के लिए कहा गया तो मैंने कहा कि अभी तो मैं जवान हूं.

कपिल शर्मा के शो में हो सकती है सिद्धू की वापसी

कपिल शर्मा के शो में वापसी हो सकती है, इस सवाल पर सिद्धू ने कहा कि मैं कहीं भी वापस जा सकता हूं, सिवाय बीजेपी के उन्होंने कहा कि मेरी नाराजगी विचारधारा से है. मैंने 6 बार के चुनाव में 47 लाख रुपये खर्च किए.

अमरिंदर मेरे पिता: सिद्धू

अमरिंदर सिंह से रिश्ते पर सिद्धू ने कहा कि मैंने उन्हें अपना पिता माना है और ताउम्र उनके साथ खड़ा रहूंगा. उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी वो महिला हैं जिन्होंने प्रधानमंत्री पद को त्यागकर मनमोहन सिंह को पीएम बनाया और जब लड़ाई का मौका आया तो अपने बेटे को आगे कर दिया. राहुल पर जायजा को उनके पीएम बनने के बाद लिया जाएगा. लेकिन 2019 में वर्तमान पीएम के कामों का जायजा लिया जाएगा.

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क्या आप केंद्र में जाएंगे, इस सवाल पर सिद्धू ने कहा कि जहां सिपाही को कहा जाएगा वहां सिद्धू खड़ा हो जाएगा.

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