
छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सली हिंसा में 25 सीआरपीएफ के जवानों के मारे जाने के बाद विपक्षी दलों ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है. तमाम विपक्षी नेता ने अब ये पूछ रहे हैं कि सरकार ने तो दावा किया था कि नोटबंदी से नक्सलियों की कमर टूट गयी है, फिर इस तरह का हमला कैसे हुआ, अब सरकार को जवाब देना चाहिए.
राहुल गांधी ने ट्वीट कर सरकार पर निशाना साधा कि पिछली बार नक्सलवाद से निपटने के लिए सरकार की ओर से नोटबंदी की रणनीति अपनाई गई थी. उम्मीद है कि अगली रणनीति थोड़ी अधिक कारगर होगी.
वोट बैंक की राजनीति कर रही है सरकार: नरेश अग्रवाल
समाजवादी पार्टी के नेता नरेश अग्रवाल ने तो आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ सरकार के वोट बैंक राजनीति की वजह से नक्सलियों पर काबू नहीं हो पा रहा है. नरेश अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सरकार नक्सलियों के खिलाफ इसलिए कड़ी
कार्रवाई करने से बच रही है, क्योंकि उसे लगता है कि अगर उसने ऐसा किया तो उनका आदिवासी वोट बैंक खिसक जाएगा. उन्होंने कहा कि आतंकवादी और नक्सली किसी का सगा नहीं होता, लेकिन पता नहीं क्यों वहां के मुख्यमंत्री की ऐसी
सोच है.
केंद्र सरकार पर सवाल उठाते हुए नरेश अग्रवाल ने कहा कि भारत सरकार में भी फैसले लेने की कमी दिखती है. जब नोटबंदी हुई थी तो कहा गया था कि इसे आतंकवादी और नक्सली कमजोर होंगे, क्योंकि उनके पास रखा हुआ पैसा बेकार हो जाएगा. लेकिन अब यह साफ हो गया है कि वो कहीं कमजोर नहीं हुए हैं, नक्सलवाद कहीं कम नहीं हुआ है.
नरेश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि नोटबंदी की असफलता को छिपाने के लिए संदेश दिया गया कि इससे नक्सलवाद और आतंकवाद कमजोर होगा. लेकिन अब ये बात साफ हो गयी है कि नोटबंदी सिर्फ उत्तर प्रदेश के चुनाव के लिए किया गया था. केन्द्र और राज्य सरकारों से नक्सलियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील करते हुए नरेश अग्रवाल ने कहा कि अगर पंजाब में आतंकवाद खत्म हो सकता है तो नक्सलवाद क्यों नहीं खत्म हो सकता, बस सरकार के पास इच्छाशक्ति होनी चाहिए.
नोटबंदी के बाद सरकार सो गई: शरद यादव
जनता दल के वरिष्ठ नेता शरद यादव ने भी सवाल उठाया कि नोटबंदी को आतंकवाद और नक्सलवाद खत्म करने के लिए नोटबंदी को अलादीन का चिराग समझने वाली बीजेपी सरकार को अब जवाब देना चाहिए. शरद यादव ने कहा कि लगता है
नोटबंदी लागू करने के बाद सरकार सो गयी. उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ से लेकर कश्मीर तक हालात जितने खराब अभी हैं उतने कभी नहीं थे.